बिहार जीतने में कहीं भारत भी न हार जाएं : नीतीश
नीतीश ने ट्वीट कर पीएम पर किया हमला पटना/मधुबनी : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ट्वीट कर हमला बोला. कहा कि प्रधानमंत्री के शर्मनाक विघटनकारी भाषा के इस्तेमाल को लेकर आश्चर्यचकित हूं. बिहार जीतने के प्रयास में वह भारत भी हार सकते हैं. इससे पहले नीतीश कुमार ने मधुबनी के […]
नीतीश ने ट्वीट कर पीएम पर किया हमला
पटना/मधुबनी : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ट्वीट कर हमला बोला. कहा कि प्रधानमंत्री के शर्मनाक विघटनकारी भाषा के इस्तेमाल को लेकर आश्चर्यचकित हूं. बिहार जीतने के प्रयास में वह भारत भी हार सकते हैं.
इससे पहले नीतीश कुमार ने मधुबनी के कलुआही, लदनियां, लोहा व बिस्फी में आयोजित चुनाव सभाओं में महंगाई को देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देश में अच्छे दिन लाने का वादा करनेवालों के कार्यकाल में हाल यह है कि लोगों की थाली से दाल गायब हो चुकी है. आज लोग मांड़-भात खाकर जीवनयापन कर रहे हैं. वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पटना के महंगे होटल में इस प्रकार डेरा जमाये हुए हैं कि यह होटल नहीं, उनका अपना घर हो. इन्हें जनता के दुख से कोई सरोकार ही नहीं है.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले 10 वर्षों में गांव-गांव में बिजली पहुंचायी है. अब इस बिजली को घर-घर तक पहुंचाने का काम बाकी है, जिसे अब पूरा करना है. हमने समाज में हर तबके के उत्थान के लिए काम किया. सड़क, शिक्षा व स्वास्थ्य क्षेत्र में हमारे किये गये कामों को लोग महसूस कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि विरोधी दल के नेता हमें अहंकारी कह कर संबोधित करते हैं, लेकिन मैं अहंकारी नहीं, स्वाभिमानी बिहारी हूं. जो अपने आत्मसम्मान के लिए किसी से समझौता नहीं करता.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री या तो विदेश यात्रा करते हैं या फिर चुनावी यात्रा पर निकलते हैं. उन्हें देश चलाने की फुरसत कहां है. विदेश नीति का हाल यह है कि अब नेपाल जैसे पड़ोसी मित्र राष्ट्र में भी भारत के प्रति आक्रोश पनप रहा है. कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए के पैर के नीचे की जमीन खिसक गयी है. प्रधानमंत्री विधानसभावार चुनाव सभा कर रहे हैं, यह हास्यास्पद है.
उन्होंने कहा कि सत्ता में पुन: आने पर स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना लागू करेंगे. इसमें छात्रों को पढ़ाई के लिए चार लाख रुपये तक ऋण उपलब्ध होगा. रोजगार के इच्छुक युवाओं को कौशल विकास के तहत प्रशिक्षण दिया जायेगा. उन्हें अंगरेजी बोलने व कंप्यूटर की शिक्षा दी जायेगी, ताकि उन्हें रोजगार पाने में कोई परेशानी न हो.