मधुबनी. जिले में मानसून दस्तक देने वाली है. पर, बरसात शुरू होने से पहले शहर में कैनाल सफाई काम पूरा नहीं हुआ है. करीब 30 से 40 फ़ीसदी कैनाल की सफाई करना अभी बाकी है. अभी हाल की प्री मानसून की बारिश के बाद ही शहर के कई मोहल्ले में जल जमाव हो गया था. हालांकि नगर निगम दावा कर रही है कि इस बरसात में शहर में जलजमाव नहीं होने दिया जाएगा.
गाद से पटा है राज कैनाल
रेन फाइटिंग के लिए शहर तैयार नहीं दिख रहा है. हालांकि निगम इसकी साफ सफाई में जोर-जोर से जुटा हुआ है. निगम का दावा है की कैनाल एवं नाला का 60 से 70 फ़ीसदी भाग की सफाई कर ली गई है. छूटे हुए भाग को तेजी से पूरा कर लिया जाएगा. निगम का दवा कितना सच होगा यह मानसून की बारिश में ही दिखाई देगा.
बरसात पूर्व कैनाल की सफाई चुनौती
बरसात पूर्व कैनाल सफाई चुनौती साबित होगी. आठ किलोमीटर लंबी कैनाल की करनी होगी सफाई. शहरी क्षेत्र के तीनों के कैनालों की लगभग 8 किलोमीटर साफ-सफाई करनी होगी. इसकी चौड़ाई करीब 25 से 40 फुट है. जबकि गहराई 6 फुट है. कैनाल गाद से पटा हुआ है. बताते चलें कि रेलवे द्वारा राज कैनाल की सफाई पर रोक लगाई जाने के बाद. रेलवे एवं निगम के पदाधिकारी के बीच बात हुई. लेकिन अब तक इसकी सफाई शुरू नहीं हुई है.जिसके कारण शेड्यूल के अनुसार इसकी सफाई नहीं की गई. किंग्स कैनाल की सफाई में लानी होगी तेजी शहर में जल निकासी के लिए सबसे लंबी कैनाल किंग्स कैनाल की सफाई किसी चुनौती से कम नहीं है. वर्षों से ठीक ढंग से सफाई नहीं होने के कारण कैनाल गाद से पटा हुआ है. इस कैनाल से शहर की 50 फीसदी पानी निकलती है. यह जाम रहने से बरसात के दिनों में जल निकासी सही तरीके से नहीं होती है. जिसके कारण जलजमाव बना रहता है. किंग्स – कैनाल संतु नगर से लाखों बिंदा – कॉलोनी होते हुए गदियानी से आरके – कॉलेज के समीप गैस गोदाम से सूड़ी स्कूल से गांधी चौक व महाराजगंज – होते हुए स्टेडियम के समीप वाटसन कैनाल में मिल जाती है. क्या कहते हैं अधिकारी इस संबंध में सिटी मैनेजर राजमणि कुमार ने बताया है कि कैनाल की सफाई का काम तेजी से किया जा रहा है. दो शिफ्टों किंग्स कैनाल की सफाई का निर्देश दिया गया है. जल जमाव न हो इसके लिए राज कैनाल की सफाई का काम भी शुरु किया जाएगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है