स्नान घाट का हुआ उदघाटन

स्नान घाट का हुआ उदघाटन बाबूबरही़ प्रखंड क्षेत्र के तेघरा गांव के रामजानकी मंदिर के निकट मालिक तालाब का स्व. राजेश्वरी देवी व जेवर लाल दास की पुण्य स्मृति में उनके पुत्र उपेंद्र नारायण कर्ण एवं डा. गजेंद्र नारायण कर्ण द्वारा निर्मित स्नान घाट का विधिवत उदघाटन बीडीओ मो. मुर्शीद अंसारी ने की. समारोह की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 21, 2015 6:43 PM

स्नान घाट का हुआ उदघाटन बाबूबरही़ प्रखंड क्षेत्र के तेघरा गांव के रामजानकी मंदिर के निकट मालिक तालाब का स्व. राजेश्वरी देवी व जेवर लाल दास की पुण्य स्मृति में उनके पुत्र उपेंद्र नारायण कर्ण एवं डा. गजेंद्र नारायण कर्ण द्वारा निर्मित स्नान घाट का विधिवत उदघाटन बीडीओ मो. मुर्शीद अंसारी ने की. समारोह की अध्यक्षता सोसाइटी फॉर डिसेबिलिटी एंड रिहेबिलिटेशन स्टडीज के बिहार शाखा के अध्यक्ष डा. परमानंद लाभ ने की. वहीं मौके पर उपस्थित जेएनयू के मानवाधिकार तथा विकलांगता विभाग के अध्यक्ष विशेषज्ञ डॉ. जे एन कर्ण ने उपस्थित लोगों को स्वागत करते हुए कहा कि किसी भी गांव समाज के विकास में जब तक आम लोगों का सहयोग नहीं होगा . तब तक उस गांव समाज का विकास नहीं होगा. मौके पर प्रखंड प्रमुख शोभाकांत राय, प्रो. सुशील कुमार, विनोद कुमार, चंद्रेश्वर यादव, रमण, संजय कुमार, विनय कुमार, पंकज आदि उपस्थित थे. तालाब किनारे ट्रांसफार्मर से खतरा बाबूबरही. अंधराठाढ़ी पीडब्ल्यूडी मुख्य पथ में छोटकी टोल मुरहद्दी गांव के निकट सड़क किनारे लगे 11 हजार वोल्ट से लैस विद्युत ट्रांसफॉर्मर जानलेवा बन गया है. यह कभी भी सड़क किनारे तालाब में गिर सकता है. जबकि उक्त विद्युत ट्रांसफॉर्मर से मुरहद्दी छोटकी टोल, बतुआहा व छोटका बाड़ा के दो सौ से अधिक विद्युत उपभोक्ताओं की घर विद्युत की सप्लाई होती है.क्या है समस्या : लगभग तीन दशक पूर्व गांव में विद्युत की सप्लाई हुआ. सड़क व तालाब के बीच सुरक्षात्मक दीवाल नहीं होने से सड़क किनारे का मिट्टी धीरे-धीरे छिटक कर तालाब में समा गया. जिस कारण तालाब व सड़क के बीच की दूरी समाप्त हो गया. और तालाब का पानी ढ़लाई सड़क के नीचे लगभग तीन फीट अंदर जमीन को खोखला कर दिया है. सिर्फ विद्युत ट्रांसफॉर्मर के निकट चार फीट मिट्टी बचा है. जिस पर विद्युत ट्रांसफॉर्मर खड़ा है. जो कभी भी गिर सकता है.क्या कहते हैं ग्रामीण: गांव के कुमूद कुमार, सतीश कुमार, तेज नारायण लाल, तनुक लाल यादव आदि ग्रामीणों का कहना है कि तीन दशक पूर्व से गांव में विद्युत की सप्लाई हो रही है. पर पोल, तार बदलना तो दूर की बात है. अब तो विद्युत ट्रांसफॉर्मर तालाब में गिरने के कगार पर है. वहीं छठ पूजा के अवसर पर जयनगर बाजार में घटी मौत से ग्रामीण भयभीत है कि कहीं विद्युत विभाग के लापरवाही से यहां भी उक्त घटना न हो जाय. बतादें कि गांव में अवस्थित तालाब के कारण यहां प्रतिदिन सैकड़ों ग्रामीण अपनी- अपनी नित्यक्रिया को आते है. कई लोग ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर के स्पोटिंग तार तालाब में होने के कारण कई बार उसमें सटकर मछली मर जाती है. क्या कहते हैं पदाधिकारी: जेई बलराम कुमार ने कहा ट्रांसफॉर्मर का जगह स्थानांतरण को लेकर ग्रामीण स्तर से अभी तक कोई आवेदन नहीं आया है. आवेदन आने के बाद विभाग को ट्रांसफॉर्मर का जगह स्थानांतरण को लेकर लिखा जायेगा. घरेलू गैस की हो रही कालाबाजारी, प्रशासन मौन घरेलू गैस की हो रही तस्करी हरलाखी. इन दिनों नेपाल बंद को लेकर सीमा क्षेत्र के हरलाखी, मधवापुर और बासोपट्टी प्रखंड से घरेलू गैस सिलेंडर की तस्करी प्रशासन के नाक के नीचे से हो रही है. यहां से घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग नेपाल में धड़ल्ले से हो रहा है. इस धंधे में शुरू से ही फर्जी कनेक्शन लेकर गैस की कालाबाजारी की जा रहीें है. जिसका उपयोग होटलों एंव नेपाल भेजने में किया जाता है. बताते चले कि सबसे ज्यादा ग्राहक भारत गैस एजेंसी बासोपटी का है, मगर कभी भी होम डीलेवरी उपभोक्ता को नहीें मिल रहा है. अवैध गैस वेंडरों की पौ बाहर है. लोगो का कहना है कि दुरूपयोग का मुख्य कारण फर्जी कनेक्शन है. एजेंसी के गैस मिलनेे में कठिनाई व तस्कार के हाथ से गैस का ऊंची कीमत पर मिलना इसका उदाहरण है. वैसे इसके लिए प्रशासन भी कम जिम्मेदार नहीं है. यदि ससमय छापामारी की जाय तो इसका दुरुपयोग पर नियंत्रण पाया जा सकता है. जबकि इन वेंडरों द्वारा दर्जनों की तादाद में हर स्थान पर प्रशासन के नाक के नीचे गैस का रिफलिंग किया जा रहा है.1500 से 2000 रुपये तक में बड़ा सिलेंडर बेचा जा रहा है. रात के समय भारी मात्रा में पिकअप से घरेलू गैस सिलेंडर नेपाल भेजने का खेल जारी है. इस बावत बीडीओ सरोज कुमार बैठा नें बताया की कलाबाजारी करने वाले को चिन्हित कर कार्रवाई किया जाएगा. बिजली तार की कवरिंग की मांग को ले सड़क जाम फोटो: 4 , परिचय: हरलाखी में सड़क जाम करते दुकानदार हरलाखी . हरलाखी के उमगांव बाजार चौक पर 17 पंचायतो का बाजार लगता है, ठीक उसके ऊपर से 11 हजार केवी का तार गुजर रहा है. इसको ले उमगांव के दुकानदारो ने अपनी दुकान बंद कर सड़क को दो घंटो तक जाम कर रखा था. दुकानदारों की मांग थी कि भीड़-भाड़ वाली जगहों पर कम से कम 11 हजार के तार की कवरिंग की जाय. ताकि अप्रिय घटना न हो सके, बताते चले कि कुछ दिनों पूर्व प्रखंड क्षेत्र के कई एेसे जगहों पर हाइटेंशन तार की चपेट से कई लोगों की जान जा चुकी है. उसके बाद भी बिजली विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया है. यहा हाई टेंशन का तार मधुबनी टोला गांव में घर के ऊपर से गुजारा गया है. एनएच सड़क के किनारे कसेरा, सोठिगांव उमगांव, दुर्गापटी एंव आफिस टोला पर हाईटेंशन का तार पेड़ के डाल पर हो कर गुजर रहा है. प्रशासन को गांवों वालो कई बार अवगत कराया फिर भी समस्या जस का तस बनी है. प्रखंड क्षेत्र में सैकड़ो गांव एेसे हैं जहां जर्जर तार के सहारे बिजली सप्लाई दिया जा रहा है. हमेशा तार टूटने से बिजली भी बाधित रहता है.

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