नयी तकनीक से खेती करना समय की मांग : डीएओ

मधुबनीः रबी कर्म शाला के आयोजन के साथ ही मंगलवार से जिला में फसल योजना की शुरुआत हो गयी. जिले के विभिन्न प्रखंड मुख्यालयों में रबी कर्मशाला का आयोजन कर किसानों को ना सिर्फ रबी फसल में संचालित योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है. बल्कि किसानों को खेती के तकनीकी जानकारी भी दी जा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 13, 2013 4:56 AM

मधुबनीः रबी कर्म शाला के आयोजन के साथ ही मंगलवार से जिला में फसल योजना की शुरुआत हो गयी. जिले के विभिन्न प्रखंड मुख्यालयों में रबी कर्मशाला का आयोजन कर किसानों को ना सिर्फ रबी फसल में संचालित योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है. बल्कि किसानों को खेती के तकनीकी जानकारी भी दी जा रही है. मंगलवार को राजनगर एवं पंडौल प्रखंड में प्रखंड स्तरीय रबी कर्म शाला का आयोजन किया गया.

कर्मशाला का उद्घाटन जिला कृषि पदाधिकारी केके झा ने किया. इस दौरान उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए जिला कृषि पदाधिकारी श्री झा ने कहा कि सरकार किसानों के हित के लिये कई योजना संचालित कर रही है. स्वी विधि से गेहूं की खेती आज हर किसान के लिये आवश्यक है. कम खर्च और कम समय में स्वी विधि से गेहूं की बुआई कर किसान अधिक उपज प्राप्त कर सकते हैं. विगत दिनों खरीफ में जिला सूखा क्षेत्र रहा. इसके बावजूद श्री विधि से धान की अच्छी उपज प्राप्त की है. सुखाड़ के कारण किसानों की उम्मीद अब रबी फसल से ही है.

ऐसे में नई तकनीक से खेती करना समय की मांग हो चुकी है. जिरो टिलेज विधि से खेती की नयी तकनीक विभाग ने किसान के हित के लिये की है. जिन खेतों में जल्द नमी दूर नहीं हो पाती है. वैसे खेतों में अब बिना जुताई किये ही गेहूं की बुआई की जा सकती है. स्वी विधि एवं जिरो टिलेज से खेती करने के लिये सरकार आवश्यक उपादान के साथ साथ तकनीकी जानकारी भी दे रही है. उन्होंने किसानों से अधिक से अधिक क्षेत्र में स्वी विधि एवं जिरो टिलेज से खेती करने का आह्वान किया. मौके पर बीएओ कृषि समन्वयक, किसान सलाहकार व विभागीय कर्मचारी के साथ साथ किसान उपस्थित थे.

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