मधुबनीः नमक की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी को लेकर बुधवार की दोपहर ऐसी अफवाह की हवा चली कि देखते ही देखते उत्तर बिहार के कई जिलों में नमक खरीदने को लेकर अफरा तफरी मच गई. लोग किराना दुकानों पर उमड़ पड़े थे. अमूमन 8 से 15 रुपये तक बिकने लगा.
यह कीमत बुधवार की रात तक रही थी. क्योंकि गुरुवार से इसकी कीमत 100 रुपये तक जाने की अफवाह फैली थी. ऐसे में लोग ज्यादा से ज्यादा नमक इकट्ठा कर लेना चाहते थे. दरअसल यह एक कोरी अफवाह थी. जिसे एक साजिश के तहत रचा व फैलाया गया था. खुफिया विभाग की रिपोर्ट को मानें तो यह उत्तर बिहार गल्ला व्यापारियों की साजिश रही थी. हालांकि जिला गल्ला व्यापारी संघ इससे इनकार करती है. पर खुफिया विभाग के तर्क भी दमदार है. क्योंकि नेपाल में चुनाव को लेकर सीमा पर आवाजाही को लेकर चौकसी कड़ी कर दी गई है. ऐसे में आमतौर पर वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है. जबकि नेपाल भारतीय नमक का सबसे बड़ा बाजार है. सीमा से लगने वाले सिरहा, धनूषा, मोहत्तरी, जलेश्वर समेत करीब एक दर्जन नेपाली जिलों में उत्तर बिहार के विभिन्न भागों से नमक का सप्लाइ होता है. सीमा बढ़ी चौकसी और नेपाल में भारतीय वाहनों को माओवादियों द्वारा निशाना बनाये जाने को लेकर भारतीय सीमावर्ती जिलों में नमक बड़ी मात्र में जमा हो गया था.
खुफिया विभाग का मानना है कि बड़े पैमाने पर जमा हुआ नमक के स्टॉक को खपाने की योजना के तहत कीमत गुरुवार से बढ़ने की अफवाह फैलायी गयी थी. व्यापारी सूत्रों की मानें तो 16 घंटे की अफवाह में उत्तर बिहार में करीब 150 टन से अधिक नमक की खपत हुई. वैसे इस अफवाह पर प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया. रात में ही मधुबनी शहर समेत पंडौल, फुलपरास, अंधराठाढ़ी आदि प्रखंडों में दुकानों की जांच करवायी गयी.
प्रशासन के हरकत में आने के बाद थमी अफवाह
नमक की बिक्री को लेकर जिला मुख्यालय सहित सभी प्रखंड में अफवाह का बाजार गरम रहा. बिचौलिया हाथ साफ करने में नहीं चूके. जिला प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए इस अफवाह को खारिज किया. बुधवार को फैली इस अफवाह में कालाबाजारी करने वाले लोगों ने अवसर का लाभ उठाया. लोग मोबाइल पर एक दूसरे से कीमत की जानकारी लेते देखे गये. गुरुवार को जिला मुख्यालय में प्रशासन द्वारा लाउडस्पीकर द्वारा घूम घूम कर प्रचार प्रसार कराया गया. अंतत: लोगों ने राहत की सांस ली. लोगों कहते नजर आये खोदा पहाड़ निकली चुहिया. बुधवार देर रात जिला पदाधिकारी लोकेश कुमार सिंह से जब इस संबंध में जानकारी दी गई तो अफवाह की बातों पुष्टि उन्होंने भी की. डीएम ने कहा सदर एसडीओ, उपसमाहर्ता व डीएसपी रैंक के अधिकारियों को मामले के संबंध में छानबीन के लिए भेजा गया है. कुछ लोगों के द्वारा यह अफवाह फैलाई गई है. मामले की जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि नमक का मूल्य में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है. साहरघाट प्रतिनिधि के अनुसार, भारत नेपाल अंतर राष्ट्रीय सीमा के पास अवस्थित मधवापुर एवं हरलाख प्रखंड क्षेत्र के मधवापुर, बिहारी , साहरघाट, उमगांव एवं खिड़हर बाजारों में खाद्यान्न माफियों की साजिश से फैलाई गई नमक के अप्रत्यासित दर की वृद्धि की अफवाहों से बुधवार की शाम से ही अफरा तरफरी मच गई. जंगल में आग की तरह फैल गई. किराना की दुकानों पर नमक खरीदने वालों की होड़ लग गई. वहीं दूसरे तरफ स्थानीय किराना दुकानदारों में आनन फानन में नमक के बोरे को गोपनीय भंडारण करने लगा. मधेपुर प्रतिनिधि के अनुसार, स्थानीय बाजार सहित ग्रामीण क्षेत्रों में बुधवार नमक के बिक्री का बाजार गर्म रहा. नमक के किल्लत की अफवाह क्षेत्र में जंगल के आग की तरह फैल गयी. तथा लोग दुकानों पर इसकी खरीदारी शुरू कर दी. प्राय: प्रत्येक लोग 5 से 10 किलो तो कई लोग बोरा ही खरीदना शुरू कर दिया.
निर्मली प्रतिनिधि के अनुसार, शहर में नमक की कालाबाजारी से संबंधित फैली अफवाह को लेकर खरीदारी के लिये दिन भर अफरातफरी का माहौल कायम रहा. इस दौरान शहर के मुख्य मार्ग, हटिया रोड, सुभाष चौक-भगत सिंह चौक, डाकघर रोड सहित अन्य सड़क मार्ग में लोगों को पैदल चलने में भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. कालाबाजारी की अफवाह पर स्थानीय व्यवसायियों के द्वारा महंगी रकम लेकर नमक की धड़ल्ले से बिक्री होने की सूचना मिलने पर अनुमंडल दंडाधिकारी उमा भारती, सीआइ विनोद कुमार मेहता के संयुक्त नेतृत्व में वैसे कई प्रतिष्ठान पर छापेमारी की गयी. साथ ही विभिन्न सड़क मार्ग से नमक की बोरी खरीद कर घर लौट रहे लोगों को रोक कर छापेमारी दल गहन द्वारा पूछताछ की गयी. पूछताछ के क्रम कई खरीदारों ने छापेमारी दल को बताया कि हम लोगों को बीते दिन के अपेक्षा आज महज 40 से 80 रुपये में नमक मिला है.
शहर के थोक व्यवसायी दिलीप पंसारी, खुदरा व्यवसायी गोपी साह, शिव नारायण साह, आदि सहित कई थौक एवं खुदरा प्रतिष्ठानों पर छापेमारी का दौर लगभग तीन घंटे तक जारी था. जबकि छापेमारी दल के नेतृत्व में स्थानीय कई दुकानदारों को पूछ ताछ के लिये कब्जे में लिया गया. समाचार प्रेषण तक धराये सभी दुकानदारों से पुछताछ की प्रक्रिया जारी था. कुनौली प्रतिनिधि के अनुसार, भारत-नेपाल सीमा पर स्थित बाजार में नमक की कालाबाजारी संबंधित कार्य दर्जनों विभिन्न खुदरा दुकानदारों द्वारा की गयी. इस बात की सूचना पर स्थानीय एसएसबी कैंप के जवानों ने चिह्न्ति वैसे सभी दुकानों पर छापेमारी की. इस दौरान रामचंद्र आजाद की दुकान से नमक की खरीदारी कर रहे ग्राहकों ने छापेमारी दल को पूछताछ क्रम बताया कि नेपाल चुनाव को लेकर आगामी 16 नवंबर से सीमा सील हाने की सूचना पर दुकानदार द्वारा नमक की दर बढ़ा दी गयी है. बताया गया कि बीते दिन 5 रुपये में मिल रहे नमक आज 15 रुपये में प्राप्त हुआ है. जबकि 10 रुपये मूल्य की आयोडिन नमक बाजार में 30 रुपये से लेकर 40 रुपये पैकेट मिल रही है.
छापेमारी दल ने बताया कि मौजूदा कीमत से अधिक मूल्य पर नमक की बिक्री कर रहे व्यवसायी दीपक किराना स्टोर, रामचंद्र आजाद, बाल किशुन साह आदि लोगों से पूछताछ जारी है. पंडौल प्रतिनिधि के अनुसार, प्रखंड क्षेत्र में नमक के आउट ऑफ मार्केट हो जाने की अफवाह ने ग्रामीण किराना दुकानदारों की चांदी कर दी है. तभी तो जब से यह अफवाह फैली कि कुछ दिनों में नमक 100 से 200 रुपये किलो हो जायेगा उसी समय से ग्रामीण इलाकों में जिसे देखो वही 25 से 50 किलो तक नमक खरीद कर सुरक्षित स्थान पर सहेजने में लगा हुआ है.
झंझारपुर प्रतिनिधि के अनुसार, नमक की किल्लत को लेकर झंझारपुर शहर में लोगों ने नमक की खरीदारी जारी रखी. शहर से ज्यादा गांव के लोग नमक के स्टॉक को लेकर चिंतित दिखे. इसके चलते गुरूवार को नमक का बाजार गरम रहा . जानकारी के मुताबिक 30से 40 रुपये किलो तक नमक बिक गया. हालांकि अनुमंडल पदाधिकारी निर्मल कुमार ने इसका खंडन करते हुए कहा कि शहर के बाजार में नमक की कोई किल्लत नहीं है. अनुमंडल प्रशासन अफवाह फैलाकर नमक की मनमानी दर लेने वाले दुकानदारों के खिलाफ सख्ती से पेश आयेगी. .
फुलपरास प्रतिनिधि के अनुसार, अनुमंडल क्षेत्र में नमक के किल्लत की अफवाह उड़ने के साथ ही ऊंची कीमत पर नमक बेचे जाने की खबर पसरते ही विभिन्न बाजारों में लोगों का हुजूम जहां किराना दुकानों पर उमड़ पड़ी. अनुमंडल पदाधिकारी विजय कुमार ने इस खबर के बाद फौरी तौर पर फुलपरास, घोघरडीहा, लौकही, व खुटौना प्रशासन को व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पा जाकर छान-बीन करने एवं ध्वनि विस्तारक यंत्र से इस तरह के अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की.