आजाद क्रिकेट क्लब 132 रन से विजय
आजाद क्रिकेट क्लब 132 रन से विजयफोटो:-10मैच का उदघाटन करते मधुबनी जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष व अन्यमधुबनी. बिहार क्रिकेट एशोसिएशन से संबद्ध मधुबनी जिला क्रिकेट एसोशिएशन के तत्वावधान में चल रहे जिला क्रिकेट लीग प्रतियोगिता में आजाद क्रिकेट क्लब फुलपरास की टीम एकतरफा मुकाबले में 132 रन से विजय रही. फुलपरास के जोहलीपट्टी के […]
आजाद क्रिकेट क्लब 132 रन से विजयफोटो:-10मैच का उदघाटन करते मधुबनी जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष व अन्यमधुबनी. बिहार क्रिकेट एशोसिएशन से संबद्ध मधुबनी जिला क्रिकेट एसोशिएशन के तत्वावधान में चल रहे जिला क्रिकेट लीग प्रतियोगिता में आजाद क्रिकेट क्लब फुलपरास की टीम एकतरफा मुकाबले में 132 रन से विजय रही. फुलपरास के जोहलीपट्टी के मैदान पर खेले गये मैच में आजाद क्रिकेट क्लब फुलपरास की टीम ने मैच जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 188 रन का विशाल स्कोर खरा किया, जिसमें रंजन ने 20 गेंद में 52 तथा रितेश 21 गेंद में 43 रन का योगदान दिया. टाउन क्रिकेट क्लब मधेपुर ने 29 रन देकर 3 विकेट लिया. जवाब में मधेपुर की टीम ने 56 रन पर सिमट गयी. इमरान 15 तथा रजिक 14 के अलावे कोई भी बल्लेबाज दहाइ के अंक का आकड़े को पार नहीं कर सका. आजाद क्रिकेट क्लब की ओर से 19 रन देकर 5 विकेट लिए. इससे पहले मैच का उदघाटन जिला क्रिकेट एसोशिएशन के अध्यक्ष हमेंद्र नारायण ने फीता काटकर किया. मौके पर संतोष कुमार झा, शिव कुमार, दिलीप झा, शंकर दास, रवींद्र सिंह, बेचन चौपाल सहित सैकड़ों की संख्या में खेल प्रेमी उपस्थित थे. कॉमन इंट्रोशहर में अशोक मार्केट की स्थिति जर्जर हो गयी है. नगर परिषद की ओर से किरायेदारों को चौथी बार नोटिस भेजा गया. पर किरायेदार नोटिस को अनदेखी कर देती है. वित्तीय वर्ष 2015-16 में विभाग द्वारा दूसरी बार नोटिस भेजा गया है. अब देखने की बात है कि विभाग इसे खाली कराने में कितना दिलचस्पी लेती है. या सिर्फ नोटिस जारी कर खानापूर्ति ही करेगी. मामला जो भी हो यहां आने जाने वाले लोगों की जान खतरे से खाली नहीं हैं. अशोक मार्केट- विभाग के नोटिस की अनदेखी कर देते किरायेदारदरकते छज्जे व उससे निकलती सरिया बन गयी इसकी पहचानदुकान खाली कराने को ले नप ने चौथी बार भेजा नोटिसफोटो- 11,12,13परिचय- अशोक मार्केट का भवन, दरकते छज्जे, छत से गिरता प्लास्टर प्रतिनिधि, मधुबनी. शहर के थाना चौक स्थित नगर परिषद के अशोक मार्केट की स्थिति जर्जर हो गयी है. मार्केट के लटकते छज्जे व इससे निकली सरिया बड़े हादसे का संकेत दे रही है. दरअसल 28 साल पहले 1987 ई. में तत्कालीन डीएम अशोक कुमार के कार्यकाल में थाना चौक के समीप 20 कमरे वाला दो मंजिले मार्केट का निर्माण कराया गया. जिसे किरायेदारों को आवंटित कर दिया गया. सवा तीन रुपये वर्ग फीट की दर से नप को 12 हजार प्रति महीना किराया प्राप्त होता है. निर्माण के बाद इसका रंग रोगन व मरम्मती नहीं किया जा सका. जिसके कारण मार्केट गिरने के कगार पर हैं. जिसे खाली करने के लिए विभाग ने चौथी बार नोटिस भेजा है. पर किरायेदार इसे खाली नहीं कर रहे हैं. बताया जाता है कि इतने कम किराये पर शहर में कहीं भी मकान नहीं मिलता. चौथी बार भेजा गया नोटिस जर्जर अशोक मार्केट के लिए विभाग ने समय-समय पर नोटिस जारी किया है. वित्तीय वर्ष 2015-16 के दौरान विभाग दो बार नोटिस भेज चुका है. पर किरायेदार इसे अनदेखी कर रहे हैं. 25 अप्रैल 2015 को आयी विनाशकारी भूकंप ने मार्केट को कमजोर कर दिया. विभाग के अभियंताओं के निरीक्षण के बाद तत्काल इसे खाली करने को नोटिस जारी किया. इसे अभी तक खाली नहीं कराया गया. विभाग ने पुन: दिसंबर माह में नोटिस जारी कर खाली करने के लिए नोटिस जारी किया है. अब देखना है कि इस बार के नोटिस पर अमल होता है या नहीं.निर्माण कार्य कर रहे किरायेदारचौथी बार नोटिस जारी होने के बाद किरायेदार बिना किसी सूचना के छज्जा के निर्माण में जुट गये हैं. कुछ किरायेदार अपने अपने आगे के छज्जे की ढलाई करवा रहे हैं. इस मनमानी पर नगर परिषद सिर्फ नोटिस ही जारी कर पायी है. जबकि नियम के मुताबिक बिना आदेश प्राप्त किए इसमें कोई कार्य नहीं कराया जा सकता. वहीं सिर्फ कुछ भाग में निर्माण होने से मकान और कमजोर होती जा रही है. शिलापट्ट भी उखाड़ फेंकेथाना चौक स्थित अशोक मार्केट का शिलापट्ट अब नजर नहीं आता. दरअसल किरायेदार अपने दुकान के विस्तार के लिए आनन-फानन में वहां निर्माण के समय लगा शिलापट्ट को उखाड़ कर फेंक दिया. विभाग की नींद खुली तो शिलापट्ट गायब पाया. अब सिर्फ एक जलपान गृह को नोटिस जारी किया है. अब देखना होगा कि कम से कम शिलापट्ट भी मिलती है या नहीं. या विभाग किरायेदार पर एफआइआर दर्ज करेगी.हजारों लोग पहुंचते है प्रतिदिनशहर में प्रमुख जगह पर स्थित अशोक मार्केट में खरीदारी के लिए हजारों लोग पहुंचते हैं. इस मार्केट के ग्राउंड फ्लोर पर, मेडिसन, रेडिमेड गार्मेंट, इलेक्ट्रिक व कई जलपान गृह हैं. जहां हजारों लोग खरीदारी को लेकर पहुंचते हैं. वहीं ऊपरी मंजिल पर गोदाम है. जिससे इन लोगों का जान जोखिम में रहता है. बताया जाता है कि 20 कमरा किराये पर हैं. जिससे मात्र सालाना एक लाख 44 हजार किराये के रूप में नप को प्राप्त होती है. वर्तमान में सवा तीन रुपये प्रति वर्ग फीट किराये लिए जाते हैं. जानकार बताते हैं कि इतने कम किराये पर शहर में कहीं दुकान नहीं मिलता है. क्या कहते हैं अधिकारीनगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी जटाशंकर झा ने बताया कि अशोक मार्केट जर्जर स्थिति में है. इसे हर हाल में खाली कराने की जरूरत है. विभाग की ओर से चौथी बार नोटिस भेजा गया. खाली कराने के लिए जिला प्रशासन का भी सहयोग लिया जायेगा.