करीब 20 करोड़ का नहीं दिया हिसाब !

मधुबनी : सर्वशिक्षा अभियान कार्यालय ने जिले के सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी व संकुल संसाधन केंद्र समन्वयकों को 2005-06 से 2014-15 तक खर्च की गयी राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र दिसंबर 2015 तक लेखा शाखा में जमा करने का आदेश दिया था. जो आज तक जमा नहीं हो पाया है. जिला लेखा पदाधिकारी शंभु दास […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 8, 2016 3:24 AM

मधुबनी : सर्वशिक्षा अभियान कार्यालय ने जिले के सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी व संकुल संसाधन केंद्र समन्वयकों को 2005-06 से 2014-15 तक खर्च की गयी राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र दिसंबर 2015 तक लेखा शाखा में जमा करने का आदेश दिया था. जो आज तक जमा नहीं हो पाया है. जिला लेखा पदाधिकारी शंभु दास का कहना है कि अधिकांश बीइओ व संकुल समन्वयकों ने विद्यालयों से उपयोगिता संग्रह कर लेखा शाखा में निर्धारित तिथि तक जमा नहीं किया है.

जनवरी का माह जारी है, लेकिन लेखा शाखा उपयोगिता के लिए तरस रहा है. इससे सर्वशिक्षा अभियान कार्यालय में हलचल सी मच गयी है. डीपीओ ने तो चेतावनी भी दी है कि यदि अग्रिम राशि का समायोजन शून्य नहीं हो जाता तबतक बीइओ व संकुल समन्वयकों के वेतन पर रोक लगा दी जायेगी.
कुल राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र मिल जाने के बाद ही उनका वेतन भुगतान होगा. बिहार शिक्षा परियोजना द्वारा उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं मिलने पर डीपीओ सर्वशिक्षा अभियान व प्रारंभिक शिक्षा पर कार्रवाई करने की बात कही है. इसके बाद सर्वशिक्षा अभियान कार्यालय में हड़कंप मच गया है. उपयोगिता नहीं मिलने के कारण भारत सरकार ने आगे की राशि देना बंद कर दिया है. इससे बालक व बालका शिक्षा के कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम शुरू नहीं किये जा सके हैं.
संभाग प्रभारी की उदासीनता उजागर
एआइए या वैकल्पिक शिक्षा संभाग व इएफइ संभाग के जिम्मे लगभग पांच लाख रुपये की राशि उपयोगिता के लिए लंबित हैं. संभाग प्रभारी हुलास राम हैं. इएफइ के जिम्मे लगभग सात करोड़ 96 लाख रुपये लंबित हैं. संभाग प्रभारी अर्जुन कुमार हैं. पोशाक मद के 11 करोड़ रुपये का भी उपयागिता नहीं मिला है.
वहीं, मीडिया संभाग के पांच करोड़ रुपये का अभी तक उपयोगिता नहीं जमा किया गया है. कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय संभाग पर दो करोड़ नौ लाख व बालिका शिक्षा मद में 46 लाख रुपये का उपयागिता प्रमाण पत्र नहीं मिल सका है. वहीं, एनपीइजीइएल के एक करोड़ 38 लाख रुपये का उपयोगिता नहीं मिल सका है. केजीवीबी संभाग प्रभारी आशा कुमारी हैं. एडीपीसी सतीश कुमार के जिम्मे 16 लाख रुपये का उपयोगिता लंबित है.आइइडी के जिम्मे छह लाख 35 हजार रुपये का उपयोगिता लंबित है. संभाग प्रभारी गौड़ी शंकर सिंह हैं.
डीपीओ सर्वशिक्षा अभियान हरि नारायण झा का कहना है कि संभाग प्रभारियों की शिथिलता व कार्य में रुचि नहीं लेने के कारण सर्वशिक्षा अभियान के करोड़ों रुपये का उपयोगिता नहीं मिल रहा है. डीपीओ ने बताया कि उपयोगिता नहीं मिलने के कारण भारत सरकार ने आगे की राशि देनी बंद कर दी है. इससे सर्वशिक्षा अभियान का कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम के बंद होने का खतरा बना हुआ है. उन्होंने कहा कि लापरवाह व दोषी संभाग प्रभारी पर कार्रवाई होगी.
नपेंगेे जेई व तकनीकी पर्यवेक्षक
बिहार शिक्षा परियोजना ने 24 जनवरी 2016 तक सभी प्रकार के असैनिक अग्रिम को शून्य करने का आदेश डीपीओ को दिया है. डीपीओ को अग्रिम राशि का सामंजन को शून्य कर राज्य कार्यालय को देना है. नहीं तो डीपीओ पर कार्रवाई हो सकती है.
डीपीओ ने छह जनवरी 2016 को सर्वशिक्षा अभियान कार्यालय में आयोजित बैठक में कहा कि समायोजन में सहयोग नहीं देने वाले कनीय अभियंता व तकनीकी पर्यवेक्षक पर विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी जायेगी.
उन्होंने कनीय अभियंताओं व तकनीकी पर्यवेक्षकों को चेतावनी दी कि यदि 15 जनवरी 2016 तक एमबी को संधारित कर सहायक अभियंता के माध्यम से संचिका को लेखा शाखा में नहीं जमा करेंगे उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी. डीपीओ ने कहा कि कनीय अभियंता व तकनीकी की लापरवाही के कारण समय से एमबी का संधारण नहीं हो रहा है.
क्या कहते हैं लेखा पदाधिकारी
सर्वशिक्षा अभियान के जिला लेखा पदाधिकारी शंभु दास का कहना है कि उपयोगिता जमा करने की गति धीमी है. बीइओ, संकुल समन्वयक, कनीय अभियंता व तकनीकी पर्यवेक्षक उपयोगिता जमा कराने में अभिरुचि नहीं ले रहे हैं.
क्या कहते हैं डीपीओ
डीपीओ सर्वशिक्षा अभियान व प्रारंभिक शिक्षा हरि नारायण झा ने कहा कि समय से उपयोगिता नहीं देना गंभीर अपराध है. उन्होंने सभी प्रकार के सामान्य मद का उपयोगिता प्रमाण पत्र विद्यालय से संग्रह कर लेखा शाखा में जमा नहीं करने से केजीवीबी, मीडिया, एआइइ, इएफइ,आइइडी आदि संभाग के प्रभारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी. साथ ही विद्यालयों से उपयोगिता संग्रह कर जमा नहीं करने वाले प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी व संकुल समन्वयकों का वेतन अवरुद्ध किया जा सकता है.

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