उलझता जा रहा सुहगिया हत्याकांड मामला

उलझता जा रहा सुहगिया हत्याकांड मामला अब प्राथमिकी दर्ज करने वाला ने बदला सुर कहा, नशे की हालत में एक अज्ञात व्यक्ति ने करा लिया था सादे कागज पर हस्ताक्षर, प्राथमिकी की जानकारी नहीं सुहगिया के पिता ने कहा, उन्होंने ही फोन पर कहा था लाश को दफनाने डीएसपी के सामने गांव के लोगों ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2016 6:58 PM

उलझता जा रहा सुहगिया हत्याकांड मामला अब प्राथमिकी दर्ज करने वाला ने बदला सुर कहा, नशे की हालत में एक अज्ञात व्यक्ति ने करा लिया था सादे कागज पर हस्ताक्षर, प्राथमिकी की जानकारी नहीं सुहगिया के पिता ने कहा, उन्होंने ही फोन पर कहा था लाश को दफनाने डीएसपी के सामने गांव के लोगों ने दिया बयान आरोपित का नहीं था गांव में आना जाना बेनीपट्टी . थाना क्षेत्र के चानपुरा गांव के बहुचर्चित सुहगिया हत्याकांड का मामला धीरे-धीरे उलझता जा रहा है. खुद पुलिस सूत्रों की ही मानें तो मामले की मॉनीटरिंग अब पुलिस विभाग के आरक्षी महानिरीक्षक दरभंगा स्तर से की जा रही है. मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराने वाले वादी जहां अब अपने बयान से मुकरने लगे हैं. वहीं मृतका के माता-पिता सहित टोले के लोग सुहगिया की मौत का कारण ठंड लगना बता रहे हैं. इन सब बातों का दौर तो पूर्व से चल रहा था, पर शनिवार को बेनीपट्टी के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी निर्मला कुमारी द्वारा मामले में की गयी पर्यवेक्षण में यह सब बातें खुलकर सामने आयी है. डीएसपी के पर्वेक्षण में मृतका के माता-पिता, प्राथमिकी दर्ज कराने वाले वादी और मांझी टोले के लोग सामने आये. सबों का बयान डीएसपी ने दर्ज किया. सुहगिया के पिता रामसकल मांझी एवं माता पानो देवी ने बताया कि मेरी पुत्री की मौत ठंड लगने से हुयी थी और हमलोगों ने ही गांव से इसकी सूचना मिलने पर मांझी टोले के लोगों को शव दफनाने के लिये फोन पर पंजाब से कहा था. माता-पिता सहित मांझी टोले के लोगों ने एक स्वर से कहा कि मामले में आरोपित बनाये गये गांव के ही राजेन्द्र कामत का आना-जाना कभी इस टोले में नहीं रहा है. जबकि, प्राथमिकी दर्ज कराने वाले मांझी टोले के ही महेंद्र मांझी ने कहा कि मैं क्रिकेट के मैदान पर था जहां एक व्यक्ति ने मुझे शराब के नशे में लाकर सादा कागज पर अंगूठे का निशान ले लिया. इसके बाद क्या-क्या हुआ मुझे नहीं मालूम है. श्री मांझी ने इस प्राथमिकी पर अपनी अनभिज्ञता जतायी है. ज्ञात हो कि सुहगिया की मौत विगत 28 दिसंबर की रात हो गयी थी. जिसके बाद महेंद्र मांझी द्वारा डीएसपी को दिये गये आवेदन के आलोक में 04 जनवरी को राजेन्द्र कामत के खिलाफ सुहगिया की हत्या गलत दवा खिलाकर कर देने और 28 दिसंबर को शव को गांव से तीन किलोमीटर दूर धौंस नदी किनारे दफना देने के आरोप में थाना कांड संख्या 06/16 के तहत मामला दर्ज किया गया. दर्ज मामले में आरोप लगाया गया कि कुबरी, गूंगी, बहरी व चलने में असमर्थ सुहगिया को गर्भवती कर मौत की नींद सुला दिया गया है. पोस्ट मार्टम रिपोर्ट का हो रहा इंतजारगुरुवार को घटना के सतरह दिनों बाद कब्र खोदकर निकाली गयी सुहगिया के शव का पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी पुलिस को प्राप्त नहीं हुई है. इसका इंतजार किया जा रहा है. पुलिस इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार मिश्र ने बताया कि इसकी रिपोर्ट मिलते ही ली गयी सैम्पल को डीएनए जांच केलिये लेबोरेटरी में भेजा जायेगा और यह मामला अभी प्रक्रियाधीन है. उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा इस मामले की गहन अनुसंधान चल रही है.

Next Article

Exit mobile version