मेसर्स वरूण ट्रेडर्स के नाम से चलती थी कंपनी, 400 लड़कों को रखा था झांसे में
ग्रुप बनाने को मिलता था निर्देश मधुबनी : नगर थाना में ग्लेज ट्रेडिग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर मेसर्स वरूण ट्रेडर्स में लोगों को नौकरी के लिए भरती किया जाता था. जिले के बाहर के जिलों में एवं झारखंड में नौकरी दिलाने के नाम पर विज्ञापन छपवाया जाता था. कंपनी द्वारा धोखाधड़ी के शिकार […]
ग्रुप बनाने को मिलता था निर्देश
मधुबनी : नगर थाना में ग्लेज ट्रेडिग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर मेसर्स वरूण ट्रेडर्स में लोगों को नौकरी के लिए भरती किया जाता था. जिले के बाहर के जिलों में एवं झारखंड में नौकरी दिलाने के नाम पर विज्ञापन छपवाया जाता था.
कंपनी द्वारा धोखाधड़ी के शिकार आवेदक मनोज यादव ने कहा कि वह अपने भाई के साले सुधीर कुमार जो पूर्व से ही कंपनी में कार्य करता था के बहकावें में आकर कंपनी में इंटरव्यू देने आ गया. मुझसे कंपनी ने नौ हजार एवं सुधीर कुमार ने साढ़े नौ हजार रुपये की वसूली कर इंटरव्यू में पास कर दिया. कंपनी इसी प्रकार रुपये लेकर राज्य के अन्य जिलों एवं झारखंड राज्य से आए लड़कों की बहाली करता था. एवं उन लड़को से कासमेटिक्स एवं जैविक खाद बिकबाने का कार्य कराता था बदले में उन्हें बेचे गए सामानों के बदले कमीशन के रूप में भुगतान करता था.
बहाल किये गये लड़कों को दिया जाता था प्रशिक्षण
मेसर्स वरूण ट्रेडर्स में भर्ती किए गए लड़कों को कंपनी के अधिकारी संतोष कुमार यादव एवं वरूण कुमार द्वारा कार्यालय में प्रशिक्षण दिया जाता था. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस कंपनी में लगभग 400 लड़कों को डाइरेक्ट सेलिंग का प्रशिक्षण दिया था. प्रशिक्षण शिफ्टों में होता था. लगभग एक माह के प्रशिक्षण के बाद उन लड़को को बाजार में उतारा जाता था और उनसे कासमेटिक्स व जैविक खाद बेचने को कहा जाता था.
क्या कहते हैं अधिकारी
पुलिस अधीक्षक अख्तर हुसैन ने कहा कि मामले की पड़ताल करायी जा रही है. दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा. पीडि़त के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की जा रही है.