एक चापाकल पर सैकड़ों लोग निर्भर

जिले के हर क्षेत्र से हर समस्या से जूझ रहे लोगों को व्यवहार न्यायालय में न्याय मिलता हेै. पर इन दिनों खुद व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता, कर्मी व जिले से आये पक्षकार पेयजल के लिए परेशान हैं. यहां पार्किंग की और शौचालय की व्यवस्था नहीं है. मधुबनी : गर्मी आते ही जिले के दूर -दराज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 11, 2016 6:34 AM

जिले के हर क्षेत्र से हर समस्या से जूझ रहे लोगों को व्यवहार न्यायालय में न्याय मिलता हेै. पर इन दिनों खुद व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता, कर्मी व जिले से आये पक्षकार पेयजल के लिए परेशान हैं. यहां पार्किंग की और शौचालय की व्यवस्था नहीं है.

मधुबनी : गर्मी आते ही जिले के दूर -दराज से आए पक्षकार,न्यायालय कर्मी को पेयजल की समुचित व्यवस्था नहीं रहने से समस्या उत्पन्न होने का भय सताने लगा है. यूं तो लोग सालों भर पानी के लिये परेशान रहते हैं. पर गर्मी आते ही इसकी जरूरत अधिक हो जाती है. स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिस न्यायालय में करीब 150 कर्मी, 400 अधिवक्ता व करीब 250 विधिक लिपिक रोज आते हैं.
उनके पेय जल के लिये मात्र एक चापाकल है. किस प्रकार ये लोग अपनी प्यास बुझाते होंगे इसका अंदाजा स्वत: ही लगाया जा सकता है. यही हाल पार्किंग व शौचालय की भी है.
डीजे सहित 16 इजलास पर होता कार्य : न्यायालय में जिला एवं सत्र न्यायाधीश , परिवार न्यायालय, एडीजे का पांच सीजेएम, एसीजेम व मुंसिफ, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी सहित 16 इजलास पर न्यायिक कार्य का संपादन होता है. इसमें करीब अपने-अपने कार्य से सैकड़ो की संख्या में पक्षकार न्यायालय परिसर पहुंचते है.
परिवार न्यायालय पक्षकार को परेशानी : अपने मुकदमों को लेकर आए परिवार न्यायालय में पक्षकार को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है. खासकर परिवार न्यायालय में महिला पक्षकार को परिसर में शौचालय नहीं रहने से बड़ी समस्या होती है. एक सुलभ शौचालय है भी जो परिवार न्यायालय से दूर है. जहां जाने पर पक्षकार को न्यायालय में पुकार होने पर खारिज होने का भय रहता है.
पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से परेशानी
पार्किंग नहीं रहने से अधिवक्ता न्यायालय कर्मी व जिले भर से आए पक्षकार को बड़ी फजीहत का सामना करना पड़ता है, सुरक्षा कारणों से जिला एवं सत्र न्यायाधीश परिसर से वाहन हटाने का निर्देश के बाद तो हालत बदत्तर हो गयी है. जिला अधिवक्ता संघ परिसर, न्यायालय स्थित सड़क को बेतरतीब गाड़ी लगा दी जाती हेै. जिससे अधिवक्ता सहित पक्षकार व अन्य लोगों को आने -जाने में परेशानी हो रही है. इस बाबत जिला अधिवक्ता महासचिव जितेंद्र नारायण ने कहा कि न्यायालय परिसर में पार्किंग नहीं रहने से परेशानी होती है . इसकी जानकारी जिला पदाधिकारी को आवेदन देकर जानकारी दी गई है.

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