पारंपरिक तरीके से अपने वृक्षों की भी सिंचाई की

जयनगर : अनुमंडल मुख्यालय जयनगर में गुरुवार को चैत्री नवरात्र का महाष्टमी, जूड़ शीतल, संविधान निमार्ता भीमराव अंबेदकर का जन्म दिवस और राजा सलहेश के पूजनोत्सव के अवसर पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए. जूड़ शीतल के सुबह बुजुर्गों ने लोगों के माथे पर शीतल जल शीक्त कर शांत और सुखमय जीवन की कामना की. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 15, 2016 4:54 AM

जयनगर : अनुमंडल मुख्यालय जयनगर में गुरुवार को चैत्री नवरात्र का महाष्टमी, जूड़ शीतल, संविधान निमार्ता भीमराव अंबेदकर का जन्म दिवस और राजा सलहेश के पूजनोत्सव के अवसर पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए. जूड़ शीतल के सुबह बुजुर्गों ने लोगों के माथे पर शीतल जल शीक्त कर शांत और सुखमय जीवन की कामना की. उक्त मौके पर लोगों ने पारंपरिक तरीके से अपने फलों के वृक्षों की भी सिंचाई की.

लोगों ने एक दूसरे को विक्रम संवत 2073 की शुभकामनाएं भी दी. लोगों ने पवित्र सरोवरों और नदियों में स्नान किया और मन्दिरों में पूजा अर्चना की. जूड़ शीतल के अवसर पर जयनगर प्रखंड के बरही गांव में भव्य मेले का भी आयोजन किया गया. वहीं चैत्री दुगार्पूजा के अवसर पर जयनगर बस्ती पंचायत स्थित दुर्गा मन्दिर, रजौली के पिण्डी भगवती स्थान और छपराढी में

महाष्टमी को लेकर सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा. अम्बेदकर जयन्ती के अवसर पर जयनगर के शहीद चौक स्थित अंबेदकर प्रतिमा के पास एक कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमें वक्ताओं ने उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके समता मूलक समाज की प्रासंगिकता का उल्लेख किया. उपस्थित लोगों ने उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण कर
उन्हें श्रद्धांजलि दी.
वैसाखी के अवसर पर लगा मेला
:लौकही: प्रखंड के झहुरी तालाब परिसर पर वैशाखी के अवसर पर विशाल मेला लगा. तेज धूप के बावजूद भी यहां श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहा. इसी तरह थाना क्षेत्र के छजना गांव में भी मेला लगा. इस अवसर पर सुबह में लोगों ने पूजा अर्चना के बाद पौधों में पानी दिया. मेला परिसर में भी कई नि:शुल्क पानी का स्टॉल लगाया गया था.

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