मधुबनी : शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों सरकारी जमीन का अतिक्रमण किये जाने की बात आम हो गयी है. प्राय: हर दिन कहीं ना कहीं निजी जमीन के समीप खाली पड़े सरकारी जमीन का बाहरी व्यक्ति द्वारा अतिक्रमण कर लिये जाने की बात सामने आ रही है. यदि ससमय जिला प्रशासन इस समस्या के रोकथाम को आगे नहीं आती है तो आने वाले दिनों में इसका भयावह परिणाम सामने आ सकते हैं.
उक्त बातें जिले के जमीन की खरीद बिक्री करने वाली कंपनी आर्खव इजीकोन्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशक अनिल झा एवं प्रभाष कुमार मिश्र ने चभच्चा चौक स्थित कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान कही. कहा कि पहले तो लोग महादलित के नाम पर जमीन पर झोपड़ीनुमा घर बना लेते हैं. फिर पक्का घर बना कर रहने लगते हैं. ऐसे में इन जमीन के पास जो लोग अपना मकान बनाना चाहते हैं उन्हें भारी परेशानी होती है.
सरकार इन समुदाय के लिये जमीन उपलब्ध कराने की पहले से ही व्यवस्था बना कर रखी है. खास कर तटबंधों के किनारे इन दिनों घर बनाये जाने का खेल व्यापक पैमाने पर हो रहा है. इन लोगों ने जिला प्रशासन से ऐसे लोगों पर कार्रवाई करते हुए सरकारी जमीनों को खाली कराने की मांग की है.