मधुबनी : बिजली विभाग के लाख दावे के बावजूद भी बिजली में अपेक्षित सुधार नहीं देखा जा रहा है. भीषण गरमी में भी शहरवासी कई – कई घंटे बिना बिजली के ही बिताते हैं. बिजली रहती भी है तो कई इलाके में लो वोल्टेज के कारण बिजली उपकरण काम नहीं कर पाता. सबसे ज्यादा दिक्कत लोगों को सुबह में मोटर से पानी टंकी तक पहुंचाने में होती
है. एक तो लो वोल्टेज के कारण पानी टंकी तक पहुुंच ही नहीं पाती है. अगर पहुंच भी गई तो इसमें घंटो लगते हैं. दूसरी ओर कई घरों में रेफ्रिजेटर में खादय पदार्थ ठंडी नहीं हो पा रहा है, तो पंखे बस नाम के ही डोल रहे होते हैं. बिना बिजली के तो लोग किसी तरह दिन तो बीता देते हैं.
लेकिन रात के समय बिजली के बिना या लो वोल्टेज की वजह से लोगों की नींद पूरी नहीं हो पाती. इस वजह से बच्चों को सुबह में स्कूल जाने में आलस होता रहता है. जबकि विभाग पिछले दो तीन सालों से दावा का रहा है कि कम से कम शहर के उपभोक्ता को निर्बाध बिजली मिलेगी, पर अब तक यह दावा हवा हवाई ही नजर आ रही है. कभी विभाग मेंटेनेंस के नाम पर तो कभी कम बिजली आपूर्ति के नाम पर बिजली कटौती करती रहती है. तकरीबन एक आधा दिन को छोड़कर रोज इसी तरह बिजली बाधित रहती है. यानि की शहर के विद्युत उपभोक्ताओं को अब तक 24 घंटे बिजली मिलना सपना ही नजर आ रहा है.
शहर के कई मुहल्लों में पुराने जर्जर बिजली तारों को बदल कर बंच केबल लगाया गया. कहा गया कि इस तार के बदले जाने से मुहल्ले वासियों को बिजली की सही वोल्टेज मिलेगी. पर ऐसा नहीं होता दिख रहा है. शहर के लाल निकुंज, बीणा कुंज , स्टेशन रोड सहित दर्जनों कालोनियों में लो वोल्टेज की समस्या आम है. खासकर सुबह व रात के समय तो निश्चत रुप से यह परेशानी रहती है. शहर के तकरीबन सभी फीडर में इन दिनों लो वोल्टेज की समस्या है.
ज्यादातर कंप्लेन लो वोल्टेज की
पावर हाउस स्थित कंप्लेन नं पर आज कल ज्यादातर शिकायत लो वोल्टेज की ही आ रही है. तकरीबन 30 लो वोल्टेज की शिकायत को लेकर ही रहती है. सबसे ज्यादा दिक्कत रात के समय हाेती है . ओवर लोड की वजह से एक दो फीडरों की बिजली कुछ घंटों के लिये काटनी पड़ती है. औसतन सभी फीडरों में 15- 16 घंटा ही बिजली आपूर्ति फिलहाल हो रही है. वहीं बार-बार फ्यूज उड़ने से भी विद्युत बाधित रहती है.