लडुगांव कांड की हो उच्चस्तरीय जांच
राजनगर : थाना क्षेत्र के लडुगांव में बीते शुक्रवार को जमीनी विवाद को लेकर हुए पुलिस पर हमला व एक भारतीय सेना में कार्यरत फौजी रामनारायण राउत के घर में ताला तोड़कर तोड़फोड़ व लूट पाट का मामला को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है. इस बाबत शनिवार को स्थानीय विधायक सह शून्यकालीन सभापति रामप्रीत […]
राजनगर : थाना क्षेत्र के लडुगांव में बीते शुक्रवार को जमीनी विवाद को लेकर हुए पुलिस पर हमला व एक भारतीय सेना में कार्यरत फौजी रामनारायण राउत के घर में ताला तोड़कर तोड़फोड़ व लूट पाट का मामला को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है. इस बाबत शनिवार को स्थानीय विधायक सह शून्यकालीन सभापति रामप्रीत पासवान ने घटनास्थल पर पहुंचकर घर में हुए तोड़फोड़ का निरीक्षण कर पुलिस की बर्बरता पूर्वक कार्रवाई बताया है.
श्री पासवान ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में पुलिस को ऐसी कार्रवाई नहीं करना चाहिए था. इसकी उच्चस्तरीय जांच कर दोषी पुलिस कर्मियों पर सख्त कारवाई की मांग की. इस मामले में जहां पुलिस का दावा है कि कोर्ट के आदेश को तामिल कराने गये राजनगर थाना प्रभारी पर ईंट पत्थर से हमलाकर सिर फोड़ दिया गया. वहीं प्रत्यक्षदर्शियों का इससे इतर दावा है कि पुलिस सरासर गलत आरोप लगा रही है. ग्रामीणों ने बताया कि दरअसल पुलिस को जिस दरबाजे पर बैठने को कहा गया वो घर हरिहर राउत के भाई रामनारायण राउत का था. जो अभी सेना में काश्मीर में कार्यरत है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस वहां बैठने के बजाय हरिहर राउत और उसके पुत्र को पीटना शुरू कर दी. उसके बाद उस घर में लगे ताले को बंदूक के कुंदे से तोड़कर घर में प्रवेशकर जमकर तोड़फाड़ की. हरिहर राउत पुलिस के पिटाई से घायल हो चुका था. पुलिस की बर्बरता देख महिलाओं ने पुलिस पर ईंट से हमला कर दिया. जिससे थाना प्रभारी घायल हो गया.