मधुबनी. अपर समाहर्ता शैलेश कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षात्मक बैठक हुई. इस दौरान पैथोलॉजिकल जांच एवं बायोमेडिकल वेस्ट भव्या पोर्टल पर अपलोड नहीं करने वाले 8 स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी से जवाब-तलब किया गया. जिसमें पीएचसी प्रभारी फुलपरास, पीएचसी प्रभारी बेनीपट्टी, अनुमंडलीय अस्पताल झंझारपुर के प्रभारी, सीएससी लौकही के प्रभारी, पीएचसी प्रभारी झंझारपुर, व पीएचसी लखनौर शामिल हैं. समीक्षा क्रम में स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न मानकों में निम्न प्रदर्शन करने वाले प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक को अपने प्रदर्शन में सुधार लाने का निर्देश दिया. उन्होंने गर्भवती महिलाओं को आइएफए एवं कैल्शियम टेबलेट शत-प्रतिशत उपलब्ध कराने के लिए एएनएम के माध्यम से विशेष प्रयास करने का निर्देश दिया. संस्थागत प्रसव की समीक्षा के दौरान उन्होंने सभी बीसीएम को आशा बार उपलब्धि की समीक्षा करने का निर्देश दिया. ताकि पता चल सके की आशा कार्यकर्ताओं द्वारा कहां प्रसव कराया गया. बेहतर प्रदर्शन करने वाली आशा को प्रोत्साहित करने का भी निर्देश दिया गया. एडीएम ने रोस्टर के अनुसार कर्मियों एवं चिकित्सकों की उपस्थिति हर हाल में सुनिश्चित करने को कहा. अपर समाहर्ता शैलेश कुमार ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सभी विद्यालयों के साथ सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी बच्चों के पूर्ण रूप से स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से संबद्ध आयुष चिकित्सकों से कोई अन्य कार्य नहीं लिया जाए, ताकि क्षेत्र स्तर पर बच्चों के स्वास्थ्य जांच का दायरा बढ़ायी जा सके. उन्होंने आयुष्मान भारत की समीक्षा के क्रम में अभियान चलाकर शत प्रतिशत लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए जाने पर बल दिया. वहीं, अपर समाहर्ता ने स्वास्थ्य विभाग के उपस्थित जिला स्तरीय पदाधिकारियों एवं सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को अवैध नर्सिंग होम एवं अल्ट्रासाउंड केंद्रों को लेकर लगातार जांच अभियान चलाने के साथ ही दोषी पाए जाने पर उनके विरुद्ध त्वरित करवाई करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि पंजीकृत नर्सिंग होम एवं अल्ट्रासाउंड केंद्रों की जांच कर यह सुनिश्चित करे, कि वे विभागीय दिशा निर्देश एवं मानकों का अनिवार्य रूप से पालन करे. अपर समाहर्ता ने सर्वे रजिस्टर अपडेट करने, टेली मेडिसिन, परिवार कल्याण कार्यक्रम के साथ आशा के रिक्त पदों पर नई आशा का चयन करने का निर्देश दिया. बैठक में सिविल सर्जन डाॅ. हरेंद्र कुमार, जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डाॅ. एसएन झा, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डाॅ. एसके विश्वकर्मा, डीएमओ डाॅ. दया शंकर सिंह, डीपीएम पंकज कुमार मिश्रा, डीपीओ आइसीडीएस, जिला स्वास्थ्य समिति के सभी सलाहकार, सभी स्वास्थ्य अधीक्षक व उपाधीक्षक, जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, अस्पताल प्रबंधक एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक मौजूद थे.
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