नयी तकनीक से होगी खरीफ की खेती. 1.56 लाख हेक्टेयर में धान की खेती का लक्ष्य
कर्मशाला में दी गयी योजनाओं की जानकारी मधुबनी : सरकार किसानों को हर स्तर पर सुविधा मुहैया कराने के लिये पहल कर रही है. इसके तहत ना सिर्फ अनुदानित दर पर बीज, उपादान एवं यंत्र मुहैया करायी जा रही है बल्कि किसानों को उन्नत कृषि के लिये तकनीकी जानकारी भी दे रही है. जिसका परिणाम […]
कर्मशाला में दी गयी योजनाओं की जानकारी
मधुबनी : सरकार किसानों को हर स्तर पर सुविधा मुहैया कराने के लिये पहल कर रही है. इसके तहत ना सिर्फ अनुदानित दर पर बीज, उपादान एवं यंत्र मुहैया करायी जा रही है बल्कि किसानों को उन्नत कृषि के लिये तकनीकी जानकारी भी दे रही है. जिसका परिणाम है कि आज किसान तकनीकी रूप से खेती कर कम लागत में बेहतर उपज प्राप्त कर रहे हैं. आवश्यकता है कि समय से किसानों को विभाग द्वारा संचालित की जा रही योजना से लाभान्वित किया जा सके.
उक्त बातें संयुक्त कृषि निदेशक योजना सह जिला के नोडल अधिकारी जगदेव राम ने गुरुवार को रामपट्टी में कृषि विभाग द्वारा आयोजित खरीफ कर्मशाला को संबोधित करते हुए कही. हर बार की तरह इस बार भी पैडी ट्रांसप्लांटर एवं अन्य तकनीक से धान की खेती होगी.
समन्वयक व सलाहकार की भूमिका अहम : जिला कृषि पदाधिकारी रेवती रमण ने कहा कि कृषि विभाग की योजना कृषि समन्वयक व किसान सलाहकार के दम पर है.
ये दोनों ही गांव के हर किसानों को जाकर योजना की जानकारी देते हैं और योजना से किसानों को लाभान्वित कराने की भी पहल करते हैं. जिस कारण आज तक हर योजना में यह जिला आगे रहा है. इस बार भी हम अपने इस कृषि परिवार के सदस्यों के दम पर हर योजना का लाभ अधिक से अधिक किसानों को पहुंचायेंगे. इसके लिये विभाग दृढ संकल्पित है.
1.56 लाख हेक्टेयर में होगी खेती
कर्मशाला के दौरान जानकारी देते हुए रंधीर भारद्वाज ने कहा कि इस साल खरीफ फसल में 1 लाख 56 हजार हेक्टेयर में धान की खेती होगी. इसके लिये विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. जल्द ही किसानों को हर योजना के तहत उपादान उपलब्ध करा दी जायेगी. मौके पर एस ए रब्बानी, तनवीरूल हक, राघवेंद्र प्रसाद ठाकुर सभी बीएओ, सभी समन्वयक, किसान सलाहकार व कई विक्रेता भी उपस्थित थे.
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