चाइल्ड ट्रैफिकिंग बरदाश्त नहीं

कहा, खुली सीमा है चुनौती, थानाध्यक्ष व एसएसबी की भूमिका अहम बाल संरक्षण को लेकर बैठक में डीएम ने दिये कई निर्देश मधुबनी : किशोर न्याय मंडल की बैठक समाहरणालय के सभागार में आयोजित की गयी. इसमें जिला पदाधिकारी गिरिवर दयाल सिंह ने किशोर की देखरेख एवं संरक्षण को लेकर कई निर्देश दिये व नियमों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 25, 2016 6:19 AM

कहा, खुली सीमा है चुनौती, थानाध्यक्ष व एसएसबी की भूमिका अहम

बाल संरक्षण को लेकर बैठक में डीएम ने दिये कई निर्देश
मधुबनी : किशोर न्याय मंडल की बैठक समाहरणालय के सभागार में आयोजित की गयी. इसमें जिला पदाधिकारी गिरिवर दयाल सिंह ने किशोर की देखरेख एवं संरक्षण को लेकर कई निर्देश दिये व नियमों की जानकारी दी. जिला पदाधिकारी श्री सिंह ने कहा कि आज भी कई जगहों पर किशोर संरक्षण नहीं हो पाने की बात सामने आ रही है. जिला पदाधिकारी ने कहा कि वित्तीय वर्ष 15-16 तथा 16-17 में गुमशुदा बच्चों से संबंधित प्राथमिकी के बाद क्या कार्रवाई की गयी एवं अनुसंधान की क्या स्थित है इससे अवगत करायें एवं इस मामले को लेकर एक अलग से पंजी संधारण करें.
कहा कि भारत नेपाल की सीमा खुली रहने के कारण बच्चो के ट्रैफिकिंग के मामले में यह जिला काफी संवेदनशील है. भारत नेपाल सीमा के रास्ते भारत के बच्चों को नेपाल एवं नेपाल के बच्चों को भारत लाया जाता है. इस पर सतर्कता बरते जाने की आवश्यकता है. जिला पदाधिकारी ने एस पी व डीएसपी को चाइल्ड मिसिंग मैप विकसित करने का निर्देश दिया. कहा कि सीमा पर बच्चों की ट्रैफिकिंग को रोकने के मामले में एसएसबी को भी विशेष रूप से निर्देश दिया जायेगा
कि वे यह देखना सुनिश्चित करें कि जो बच्चा नेपाल जा रहा है वह वापस भारत आ भी रहा है या नहीं बैठक में बाल कल्याण समिति के शंभू रजक,मो. नेसार अहमद, सभी डीएसपी, अमरेश कुमार श्रीवास्तव, किशोर न्याय परिषद के विंदु भूषण ठाकुर, रजनी वाला अग्रवाल, सभी थानाध्यक्ष,
निरजा कुमारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version