बीएसएनएल. तीन साल में सैकड़ों ने कटवाया लैंडलाइन

ब्रॉडबैंड सेवा से भी हो रहा मोहभंग मधुबनी : बीएसएनएल की लचर नेटवर्किंग ने बीएसएनएल की आमदनी कम कर दी है. आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले तीन साल में बीएसएनएल की आमदनी साल दर साल कम होती जा रही है. बीएसएनएल उपभोक्ता काल ड्राप एवं मोबाइल सेवा बाधित रहने की समस्या से जूझ रहे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2016 3:05 AM

ब्रॉडबैंड सेवा से भी हो रहा मोहभंग

मधुबनी : बीएसएनएल की लचर नेटवर्किंग ने बीएसएनएल की आमदनी कम कर दी है. आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले तीन साल में बीएसएनएल की आमदनी साल दर साल कम होती जा रही है. बीएसएनएल उपभोक्ता काल ड्राप एवं मोबाइल सेवा बाधित रहने की समस्या से जूझ रहे हैं . उपभोक्ताओं ने लैंड लाइन कटा लिये तो ब्रॉड बैंड सेवा भी बीएसएनएल की जगह अन्य कंपनी की ली जा रही है. जिस कारण विभाग कम हो रही आमदनी से परेशान है.
हटाया टेलीफोन
बीएसएनएल के लैंड लाइन उपभोक्ता व ब्रॉड बैंड ग्राहकों में लगातार कमी हो रही है. वर्ष 2014-15 में जहां लैंड लाइन के 4626 व ब्राॅडबैंड के 1613 उपभोक्ता थे. वहीं 2015-16 में लैंड लाइन उपभोक्ताओं की संख्या 3760 घटकर हो गई. जबकि ब्राॅड बैंड के उपभोक्ता 1523 ही बचे. यानी एक साल में लैंड लाइन के 863 उपभोक्ता व ब्राॅडबैंड के 90 उपभोक्ताओं का बीएसएनएल से मोह भंग हुआ.
राजस्व में आयी गिरावट
जिला में बीएसएनएल के राजस्व में आयी गिरावट इस बात के प्रमाण है कि बीएसएनएल के प्रति लोगों का मोह भंग हो रहा है. जानकारी के अनुसार वर्ष 2013-14 में 9 करोड़ 40 लाख 91 हजार 173 रुपये की राजस्व की प्राप्ति हुई थी. वहीं 2014-15 में 8 करोड़ 52 लाख 95 हजार 564 एवं वर्ष 2015-16 में 8 करोड़ 47 लाख 2 हजार 145 रुपये की राजस्व की उगाही हुई.
नहीं हो रहा मेटेनेंस
जानकारों की मानें तो बीएसएनएल की बदहाली के कई कारण है. एक आंकड़ा के अनुसार जिले में बीएसएनएल एक्सचेंज की संख्या 54 है जबकि बीटीएस टावर की संख्या 99 है. पर इन एक्सचेंज व टावरों का मेंटेनेंस सही ढंग से नहीं हो पा रहा है. बीएसएनएल के कई कर्मियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि बीएसएनएल के एसडीओ अपने पदस्थापना मुख्यालय में ना रहकर जिला मुख्यालय में रहते हैं ऐसे में एक्सचेंज व टावरों का मेंटेनेंस भगवान भरोसे चलता है.
बढ़े हैं मोबाइल उपभोक्ता
बीएसएनएल के मोबाइल उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ने से लैंड लाइन उपभोक्ताओं में कमी आयी है. प्रीपेड बीएसएनएल मोबाइल उपभोक्ता की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है. काल ड्राप के संबंध में उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण के कारण फाइबर केबुल कटने के कारण कभी कभी यह समस्या उत्पन्न होती है पर इसे जल्द ही ठीक करा लिया जाता है. लोगों की समस्या को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. जल्द ही समस्या में सुधार दिखेगा.
सीपी सिंहा, टीडीएम, बीएसएनएल

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