वार्ड तीन में शिक्षा की व्यवस्था नहीं

मधुबनी : शहर में प्रवेश करते ही वार्ड नंबर तीन शुरू हो जाता है. चमक दमक से भरपूर. कहने का मतलब यह कि शहर के मुख्य बाजार की शुरुआत ही एक छोर से वार्ड नंबर तीन से होती है. बाहर से आने वाले लोगों को दूर दूर तक यह एहसास भी नहीं होगा कि यह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 8, 2016 4:07 AM

मधुबनी : शहर में प्रवेश करते ही वार्ड नंबर तीन शुरू हो जाता है. चमक दमक से भरपूर. कहने का मतलब यह कि शहर के मुख्य बाजार की शुरुआत ही एक छोर से वार्ड नंबर तीन से होती है. बाहर से आने वाले लोगों को दूर दूर तक यह एहसास भी नहीं होगा कि यह वार्ड परेशानी भरा वार्ड है. पर वार्ड में कई प्रकार की परेशानी से जनता जूझ रही है. करीब 125 दलित परिवार वाले इस वार्ड के लोगों की सबसे बड़ी समस्या यह है कि इस वार्ड में उच्च शिक्षा की व्यवस्था तो है पर प्राथमिक शिक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है. जिस कारण वार्ड के छोटे छोटे बच्चे खासकर दलित परिवार के बच्चे की प्राथमिक शिक्षा नहीं हो पा रही है. वहीं दलित बस्ती में अब तक बिजली का तार बांस बल्ले के सहारे है.

600 की आबादी पर एक चापाकल
3600 की आबादी वाले वार्ड तीन के लिए रोशनी का इंतजाम तो है मगर प्यास बुझाने की व्यवस्था नहीं है. इस वार्ड में 30 वैपर लाइट हैं वहीं दूसरी ओर पीने के पानी के लिए कोई माकूल इंतजाम नहीं है. यहां की दूसरी बड़ी समस्या पेयजल की है. अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि औसतन 600 आदमी के लिए एक चापाकल इस बस्ती में है. कुल छह चापाकल ही पूरे वार्ड में है. यूं तो मध्यमवर्गीय अधिकांश परिवार अपने घरों में चापाकल लगाये हुए है. पर नप प्रशासन की ओर से इस बस्ती के लिये कोई खास पहल नहीं हो पा रही है. बिजली की आपूर्ति बांस बल्ले के सहारे हो रही है. जलजमाव की परेशानी भी इस बस्ती के लोगों के लिये आम बात है.
आंकड़ों के आइने में वार्ड
आबादी : 3500
परिवार की संख्या : 475
बीपीएल परिवार : 550
अंत्योदय : 42
मुख्य मुहल्ला : रामगंज, जे एन कॉलेज, लाखो विंदा कॉलोनी, संकट मोचन कॉलोनी, बाबूसाहेब ड्योढी, पासवान टोल
वार्ड पार्षद : मखनी देवी
चापाकल की संख्या : 6
खराब चापाकल : 00
वैपर लाइट : 30
खराब वैपर लाइट : 6
प्राथमिक विद्यालय : 00

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