हर गली, हर चौक से बड़े वाहनों का परिचालन

समस्या. खतरनाक तरीके से होती सामान की ढुलाई नो इंट्री जोन बनाने की कोई पहल नहीं खतरे की आशंका मधुबनी : जिला प्रशासन व परिवहन विभाग की वाहन चालकों के प्रति सहानुभूति कहें या फिर शहर के लोगों के प्रति कोई सुरक्षा की जिम्मेदारी नहीं कि इस शहर में एक भी नो इंट्री जोन नहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2016 7:23 AM

समस्या. खतरनाक तरीके से होती सामान की ढुलाई

नो इंट्री जोन बनाने की कोई पहल नहीं
खतरे की आशंका
मधुबनी : जिला प्रशासन व परिवहन विभाग की वाहन चालकों के प्रति सहानुभूति कहें या फिर शहर के लोगों के प्रति कोई सुरक्षा की जिम्मेदारी नहीं कि इस शहर में एक भी नो इंट्री जोन नहीं है. जब जिस गली में चाहे बड़े वाहन को आप ले जा सकते है. फिर वो चाहे शहर की तंग गली हो या फिर व्यस्त गिलेशन बाजार. आलम यह है कि शहर के गलियों में न सिर्फ बड़े वाहनों का प्रवेश होता है. बल्कि इन वाहनों पर खतरनाक तरीके से सामान लदे होते हैं. इससे कभी भी भयानक हादसा हो सकता है, लेकिन इससे प्रशासन को कोई लेना देना नहीं है.
व्यस्त गलियों से भी वाहनों की आवाजाही
शहर की मुख्य सड़क की कौन कहे व्यस्त चौक चौराहा व गलियों से भी बड़े वाहनों की आवाजाही लगी रहती है. पर इसी बीच से होकर बड़े वाहन भी बेधड़क गुजरते देखे जाते हैं . लोगों ने बताया है कि इस सड़क से हर दिन सैकड़ों की संख्या में ट्रक व अन्य बड़ी वाहन गुजरते हैं. ट्रक व अन्य बड़ी वाहन गुजरते हैं. ट्रक पर खतरनाक तरीके से सरिया लदा रहता है. इसका कुछ भाग ट्रक के बाहर रहता है. यदि पीछे चल रहे वाहन चालक सावधान न हो तो कभी भी हादसा हो सकता है.
प्रशासन मौन
शहर में नो इंट्री जोन बनाने के दिशा में कोई पहल नहीं की जा रही है. जिला प्रशासन इस दिशा में मौन धारण किये हुए है. ट्रैफिक प्रभारी जयनंदन प्रसाद की मानें तो वे कई बार शहर में हो रहे जाम की समस्या पर चिंता जताते हुए सदर एसडीओ व परिवहन पदाधिकारी से शहर में नो इंट्री जोन बनाने के लिए कह चुके हैं, लेकिन इस दिशा में कोई पहल नहीं हो सकी है.
बाइपास नहीं होने से हो रही परेशानी
सदर एसडीओ शाहिद परवेज ने बताया है कि शहर में बाइपास नहीं है. इस कारण यह परेशानी हो रही है. ऐसे में यदि नो इंट्री जोन बनाया गया तो उससे आम आदमी को ही परेशानी होगी.
शहर में एक भी नो इंट्री जोन नहीं
परिचालन का समय तय नहीं
शहर में एक भी नो इंट्री जोन नहीं है. न ही बड़े वाहनों के शहर में परिचालन का समय सीमा ही निर्धारित है. इस कारण जब चाहें जहां चाहें वाहन चालक वाहनों को लेकर घुस जाते हैं. कई बार दिन में दस पहिया वाले बड़े ट्रक के शहर के व्यस्त सड़कों पर परिचालन होने के कारण भयानक जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है. फिर दिन भर आम आदमी शहर की गलियों में दौड़ते रहते हैं.

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