मर्यादा पुरुषोत्तम राम से सीख लें अहंकारी : राष्ट्रपति

आगमन. महामहिम के स्वागत में िनकाली गयी झांकी, सीमा पर थे सुरक्षा के व्यापक प्रबंध, नेपाली प्रहरी भी करते रहे जांच बासोपट्टी : भारत के राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने कहा है कि अहंकारी लोगों को मर्यादा पुरुष श्रीराम से सीख लेनी चाहिए. जिस तरह भगवान ने हर सुख को त्याग कर एक आम जीवन त्रेतायुग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 5, 2016 5:15 AM

आगमन. महामहिम के स्वागत में िनकाली गयी झांकी, सीमा पर थे सुरक्षा के व्यापक प्रबंध, नेपाली प्रहरी भी करते रहे जांच

बासोपट्टी : भारत के राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने कहा है कि अहंकारी लोगों को मर्यादा पुरुष श्रीराम से सीख लेनी चाहिए. जिस तरह भगवान ने हर सुख को त्याग कर एक आम जीवन त्रेतायुग जीकर मनुष्य को अपने निस्वार्थ जीवन पर चलने का संदेश दिया. उसी तरह हर अहंकारी को अपने अहं को त्याग कर आम लोगों की तरह ही जीवन जीना चाहिए.
जो भी कहीं कोई आतंक फैलाकर लोगो का अमन चैन छीन कर खुद को शक्तिशाली समझ रहें उनका अहं कुछ क्षण तक ही चल पाता है. देश में अमन व चैन के लिये हर व्यक्ति को एक अच्छी राह पर चलने की जरूरत हो गयी है. आज देश-देश में अशांति फैलाने में वैसे लोग लगे हैं जो अहंकार को प्रर्दशित करते हैं.
पावन है मिथिला की धरती
राष्ट्रपति ने कहा कि मिथिला की धरती पावन है. यहां आना अपने आप में सौभाग्य की बात है. आज तक त्रेतायुग काल के भगवान राम व सीता की कथा का आनंद किसी माध्यम से सुन पाये थे. भगवान श्र्री राम सीता से जुड़े मिथिला के पवित्र धरती पर पहुंचने का सौभाग्य मिला है. उक्त स्थल की महिमा को पूरे विश्व के मानचित्र पर प्रदर्शित कर आमलोगो के बीच त्रेतायुग की कहानी को सदियों तक ताजा किया जायेगा. मिथिला की मिट्टी पर भगवान श्र्री राम व माता जननी सीता से सभी को सीख लेने की जरूरत है .
सहूलियत को होगा प्रयास
राष्ट्रपति ने मिथिलांचल की धरती जनकपुर धाम में दो धर्मशालाओं की निर्माण की घोषणा कर भारत-नेपाल देश की प्यार को बढ़ाया है. उन्होंने संबोधन में कहा कि जनकपुरधाम में पहुंचने वाले श्र्रद्वालुओं के लिये दो बड़ा धर्मशाला का निर्माण किया जायेगा. धर्मस्थल पर आने वाले श्र्रद्धालुओं के सुविधा के लिये बेतहर प्रयास किया जायेगा. आज भी देश के कोने-कोने मे मिथिला का परिचय है. माता सीता की धरती पर अवस्थित जनकपुरधाम भारत-नेपाल के रिश्ते को मधुर करती है. आज नेपाल व भारत देश के लोगो में बेटी-रोटी का संबंध हैं. यह रिश्ता निभाने के लिए जनकपुरधाम का विकास करने का प्रयास जारी रहेगा.

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