रुपये बदलने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के लोग पहुंच रहे शहर की ओर

परेशानी. कई बैंकों में दोपहर तक खत्म हो गए थे पैसे, बैंक खुलने से पहले ही लंबी कतारें मधुबनी : पांच सौ और एक हजार के नोट बदलवाने के लिए शनिवार को तीसरे दिन जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में अफरा-तफरी मची रही. ग्रामीण क्षेत्रों के बैंकों में रुपये की कमी के कारण लोग शहर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 13, 2016 12:14 AM

परेशानी. कई बैंकों में दोपहर तक खत्म हो गए थे पैसे, बैंक खुलने से पहले ही लंबी कतारें

मधुबनी : पांच सौ और एक हजार के नोट बदलवाने के लिए शनिवार को तीसरे दिन जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में अफरा-तफरी मची रही. ग्रामीण क्षेत्रों के बैंकों में रुपये की कमी के कारण लोग शहर आ पहुंचे थे. जिससे मुख्यालय की बैंक शाखाओं में अधिक भीड़ थी.
अधिक भीड़ के कारण बैंक कर्मी व लोगों को अधिक परेशानी उठानी पड़ी.
शहर के 50 फीसद एटीएम सेंटर सुबह से पैसे मिल रहे थे. जिससे लोगों में मायूसी थी. हालांकि शाम तक अधिकांश एटीएम से पैसे निकलना शुरू हो गया था. भीड़ का आलम यह की बुजुर्ग, महिला, विकलांग, छात्र के साथ-साथ कारोबारी परेशान रहे. सैकड़ों लोग नोट बदलवाने से वंचित रह गये.
एटीएम सेवा रही बाधित
एटीएम से दो हजार तक की निकासी के बावजूद लोगों को निराशा ही हाथ लगी. सुबह से ही लोग एटीएम से चक्कर लगाने लगे. उन्हें उम्मीद थी. 10 बजे से एटीएम सेवा शुरू हो जायेगी. लेकिन, शहर के अधिकांश एटीएम बंद ही पड़े थे. हालांकि बैंक कर्मी इसे चालू करने के लिए मशक्क्त कर रहे थे. बैंक कर्मी के मुताबिक तकनीकि रूप से परेशानी हो रही है.पहले जहां एटीएम से हजार व पांच सौ तथा सौ के नोट निकलते थे. आज से सिर्फ सौ रूपये के ही नोट निकलने थे. जिसके कारण तकनीकि परेशानी हो रही थी. हालांकि कुछ एटीएम से 2 हजार के नये नोट निकल रहे थे.
लोग रहे परेशान
पांच सौ और हजार की नोट बदलवाने के लिए लोग सुबह से ही बैंक पहुंच रहे थे. बैंक खुलते-खुलते परिसर में लंबी कतारें लगी हुयी थीं. शहर में एसबीआई, पीएनबी, सेंट्रल बैंक, एचडीएफसी, ग्रामीण बैंक सहित अन्य बैंकों में लोग पैसा जमा, निकासी एवं बदलवाने के लिए पहुंच रहे थे. भीड़ देख कई लोग वापस जा रहे थे. पहले व दूसरे दिन जिन्हें नोट बदलवाने में परेशानी हुयी थी. वे लोग तीसरे दिन काफी संख्या में पहुंचे थे. भीड़ का आलम ये था कि बैंक परिसर में अफरा-तफरी मची हुई थी. जिसके कारण बैंक कर्मी भी परेशान दिखे.
नहीं बदला गये नोट
पांच सौ और एक हजार नोट बदलवाने के लिए लोग ग्रामीण क्षेत्र से यहां पहुंच रहे थे. ग्रामीणों के मुताबिक यहां पैसे की कमी है. जिसके कारण हमलोगों को दो दिनों से निराशा ही हाथ लगी. इसे बदलवाने के लिए हम यहां पहुंचे है. खजौली के शिव कुमार, शाहपुर के अनिल कुमार तथा बाबूबरही की रीता कुमारी ने बताया कि हमलोग कल भी लाइन में खड़े थे. लेकिन, रुपया बदला नहीं जा सका. आज सुबह से ही खड़े है लेकिन रुपया बदलने की उम्मीद नहीं लगती है. केनरा बैंक के प्रबंधक चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि बैंक में पैसे की कोई कमी नहीं है. ग्राहक अपने परिचय पत्र के साथ अपना नोट बदला सकते है. यह कार्य रात के आठ बजे तक चलती है.
समस्या बरकरार
पांच सौ एवं दो हजार की नोट बदले जाने तथा दो हजार की नये नोट मिलने के बावजूद समस्याएं बरकरार है.वीरेंद्र कुमार, हामीद अंसारी, शिवू पासवान, दीपक कुमार, प्रिंस, सुजीत, संजीत बाड़ी, बशिष्ट कुमार, विनय कुमार, ललित यादव सहित अन्य ने बताया कि दो हजार का नया नोट मिला है. बाजार पहुंचे है तो समस्याएं उत्पन्न हो रही है. सब्जी खरीदने के बाद विक्रेता के पास छुटे पैसे नहीं है. जिसके कारण सब्जी नहीं खरीद पा रहे है. वहीं सब्जी विक्रेता बताते है कि जबतक हमें छूटे पैसे नहीं मिलेंगे हम छोटे से व्यवसायी पैसा वापस करने में असमर्थ है. बाजार में अभी सौ रूपये नोट की कमी है. जिसके कारण छुटा नहीं दे पाते है.
गिरोह सक्रिय
पांच सौ तथा 1 हजार नोट के प्रतिबंध के बाद सरकारी घोषणा के अनुरूप तीसरे दिन भी नोट बदलने व जमा करने का कार्य जारी था. ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों का शहर में आना चर्चा का विषय बना हुआ है. आशंका जतायी जा रही है कि इसमें कुछ गिरोह सक्रिय है जो ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों को लाते है. उनसें नोट बदलने का काम करवाते है. आने जाने की व्यवस्था उनके द्वारा की जाती है. साथ ही उपर से भी उन्हें कुछ दिया जा रहा है. हालांकि बैंक प्रशासन व पुलिस प्रशासन काफी चौकस है.

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