कौशल विकास की छात्रवृित्त दिलाने के नाम पर ठगी

मधुबनी : शहर के अपरैल ट्रेनिंग व िडजाइन सेंटर ने अपने ही दो कर्मचािरयों पर प्राथमिकी करायी है. इसमें संस्था का कहना है िक उसके दो कर्मचािरयों ने ट्रेनिंग में िमलनेवाली छात्रवृत्ति के नाम पर वसूली की है. संस्था की ओर से साक्षरों को ट्रेनिंग देने के काम िकया जाता है. संस्था के सतर्कता पदािधकारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 7, 2016 1:00 AM

मधुबनी : शहर के अपरैल ट्रेनिंग व िडजाइन सेंटर ने अपने ही दो कर्मचािरयों पर प्राथमिकी करायी है. इसमें संस्था का कहना है िक उसके दो कर्मचािरयों ने ट्रेनिंग में िमलनेवाली छात्रवृत्ति के नाम पर वसूली की है. संस्था की ओर से साक्षरों को ट्रेनिंग देने के काम िकया जाता है. संस्था के सतर्कता पदािधकारी जयराज िसंह के आवेदन पर दर्ज प्राथमिकी पर पुिलस ने जांच शुरू कर दी है.

सतर्कता अिधकारी की ओर से दर्ज प्राथमिमी में कहा गया है िक उनके यहां कौशल िवकास योजना के तहत ट्रेनिंग दी जाती है. इसमें साक्षर महादलितों को हुनरमंद बनाया जाता है. यह पूरी तरह से नि:शुल्क होता है. इसकी एवज में ट्रेनिंग करनेवालों को नौ और 4500 की छात्रवृित्त िमलती है. छह व तीन माह का प्रशिक्षण है. इसी के भुगतान के नाम पर प्रशिक्षण संस्था के कर्मी की ओर अवैध रूप से रुपये लिया गया है. मामले की शिकायत छात्रों ने कंपनी के प्रधान कार्यालय से की, जांच संस्था के स्तर पर जांच की गयी, तो
कौशल विकास की
गड़बड़ी सामने आयी और कर्मचारी संतोष कुमार झा व सोनिया शबनम को संलिप्त पाया गया. इन्हीं दोनों पर प्राथमिकी करायी गयी है. संस्था का ट्रेनिंग सेंटर 2012 से चल रहा है. थाना प्रभारी अरुण कुमार राय ने बताया है कि जांच शुरू कर दी गयी है.
लाखों की हो सकती है वसूली
छात्रवृित्त के नाम पर पर लाखों की वसूली हो सकती है. बताया जाता है िक संस्था में अभी तीन दर्जन प्रशिक्षण लेनेवालों ने िलख कर िदया है, जबकि यहां प्रशिक्षण लेनेवाले लगभग सभी लोगों से पंद्रह सौ से दो हजार रुपये तक ले िलये जाते थे. कहा जाता था िक आपका चेक आ जायेगा. इसके िलए आपको इतना खर्च करना होगा.
संस्थान ने ही दर्ज करायी प्राथमिकी
दो कर्मचािरयों को बनाया आरोिपत
पुिलस ने शुरू की मामले
की जांच
2012 से मधुबनी में चल रहा सेंटर
– साक्षरों को प्रशिक्षण देती है संस्था

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