बैंक या एटीएम में पांच सौ के नये नोट उपलब्ध नहीं

मधुबनी : नोटबंदी के एक महीना पूरा होने के बाद शहर में बैंक की शाखा एवं एटीएम पर स्थिति कमोबेश वही है जो नोटबंदी के बाद थी. हालांकि इसमें बैंकों में नोटबदलने के काम पर प्रतिबंध होने के कारण बैंकों में भीड़ कम हो गयी है. पर शहर के एक दर्जन से अधिक विभिन्न बैंको […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 10, 2016 7:35 AM
मधुबनी : नोटबंदी के एक महीना पूरा होने के बाद शहर में बैंक की शाखा एवं एटीएम पर स्थिति कमोबेश वही है जो नोटबंदी के बाद थी. हालांकि इसमें बैंकों में नोटबदलने के काम पर प्रतिबंध होने के कारण बैंकों में भीड़ कम हो गयी है. पर शहर के एक दर्जन से अधिक विभिन्न बैंको के एटीएम बूथों की अबतक सुधार नहीं हो पायी है. पिछले एक महीने से कई बैंको के एटीएम या तो खराब पड़े है या लेन-देन की व्यवस्था नहीं हो पाई है.
अब भी एटीएम पर लोगों की आवाजाही शुबह से ही होने लगती है. सभी एटीएमों पर निकासी व्यवस्था नहीं होने के कारण कुछ एटीएम पर अब भी लंबी कतारे सुबह से ही लग जाती है. वहीं इलेक्ट्रॉनिक लेन-देन के प्रचलन से भी बैंक की शाखा एवं एटीएम सेंटर पर भीड़ कम देखी जा रही है. शहर के करीब सभी पेट्रोल पंपों पर कैशलेस पेमेंट की व्यवस्था की गयी है. वहीं दुकानों में पीओएस मशीन एवं पेटीएम से भुगतान का प्रचलन बढ़ा है. पिछले पंद्रह दिनों के अंदर जिले में पचास से अधिक पीओएस मशीन लगे है. वहीं पेट्रोल पंपों पर इलेक्ट्रॉनिक भुगतान का प्रतिशत पांच गुणा बढ़ा है. लोग नेट बैंकिंग का उपयोग भी अब धड़ल्ले से करने लगे है.
बिल के भुगतान में आसानी
कैशलेस अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए बैंक की ओर से कई सुविधा प्रदान की जा रही है. मुख्य रूप से अधिक से अधिक क्रेडिट या डेबिट कार्ड लोगों को दिया जा रहा है. ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी इंटरनेट के जरिए आसानी से भुगतान कर सकते है. वहीं पीओएस मशीन से डिमांड के अनुरूप व्यवसायियों को दिया जा रहा है. जिससे लोग बिल का भुगतान आसानी से कर सकते है.
अजित कुमार पोद्दार, एसबीआइ के क्षेत्रीय प्रबंधक

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