बिहार की धरती में है आकर्षण : राज्यपाल

बेनीपट्टी में डॉ नीलांबर चौधरी की प्रतिमा का किया अनावरण डाॅ. नीलांबर चौधरी कॉलेज में प्रतिमा अनावरण के मौके पर मखाना की माला से राज्यपाल रामनाथ कोविंद का स्वागत करते विधान पार्षद दिलीप कुमार चौधरी, विधायक सीताराम यादव, नीरज झा व अन्य. बेनीपट्टी (मधुबनी) : बिहार की धरती में आकर्षण है. हर कोई इस धरती […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 4, 2017 5:12 AM

बेनीपट्टी में डॉ नीलांबर चौधरी की प्रतिमा का किया अनावरण

डाॅ. नीलांबर चौधरी कॉलेज में प्रतिमा अनावरण के मौके पर मखाना की माला से राज्यपाल रामनाथ कोविंद का स्वागत करते विधान पार्षद दिलीप कुमार चौधरी, विधायक सीताराम यादव, नीरज झा व अन्य.
बेनीपट्टी (मधुबनी) : बिहार की धरती में आकर्षण है. हर कोई इस धरती की ओर स्वत: ही खिंचा चला आता है. महावीर की बात हो या फिर गौतम की, सूफी हो या फिर कोई संत. बिहार की इस पावन धरती की ओर खिंचे चले आये और यहीं के होकर रह गये. इस धरती में एक अलौकिक आकर्षण है. इसके कई उदाहरण आज भी हैं. यह बातें राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को कहीं. वे मंगलवार को बेनीपट्टी के डॉ नीलांबर चौधरी कॉलेज में पूर्व विधान पार्षद नीलांबर चौधरी के 83वें जयंती समारोह सह मूर्ति अनावरण कार्यक्रम
बिहार की धरती
को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि संविधान के प्रावधान के तहत मैं बिहार का प्रमुख हूं. इस नाते मेरे लिए हर वर्ग, जाति, मजहब व राजनीतिक दल एक समान हैं. न कोई विशेष है और न कोई सामान्य. इसके साथ ही मेरी यह जिम्मेदारी भी है कि संविधान के दायरे में रहते हुए बिहार की समस्याओं को दूर करूं. हमें जब कोई समस्या बतायी जाती है, तो उसे दूर करने का प्रयास करना हमारी प्राथमिकता
बिहार की धरती
हो जाती है. उन्होंने कहा कि राजभवन सबके लिए खुला है. उन्होंने नीलांबर चौधरी की आदमकद प्रतिमा के अनावरण के बाद कार्यक्रम का दीप जला कर उद्घाटन भी किया.
अद्भुत प्रतिभा के धनी थे नीलांबर बाबू
श्री कोविंद ने कहा कि नीलांबर बाबू अद्भुत प्रतिभा के धनी थे. शिक्षा से उनका गहरा लगाव था. बेनीपट्टी में दो कॉलेज की स्थापना की. समस्तीपुर, बेगूसरासय व दरभंगा में भी कई शिक्षण संस्थान के वे प्रमुख संस्थापक रहे. खासकर महिलाओं की शिक्षा व उनके स्तर को ऊपर उठाने में उनके प्रयास प्रेरणादायी हैं. समाज में वंचित व कमजोर वर्ग तथा महिलाओं में शिक्षा के प्रसार को लेकर वे हमेशा सक्रिय रहे. उनकी सोच थी कि शिक्षा के माध्यम से ही समाज को जागृत किया जा सकता है. उनका विश्वास था कि समाज की अधिकांश समस्याओं का निराकरण निराकरण शिक्षा से ही हो सकता है.
नीलांबर बाबू का ऋण चुकाना है
राज्यपाल ने कहा कि समाज हर उस व्यक्ति का ऋणी होता है, जो समाज के हित में अपना योगदान देता है. विकास में अपनी भूमिका निभायी हो. हमें नीलांबर बाबू के ऋण को चुकता करना है. इस मौके पर विधान पार्षद दिलीप कुमार चौधरी, विधायक सीताराम यादव, डीएम गिरिवर दयाल सिंह, एसपी दीपक बरनवाल, पूर्व विधायक रामाशीष यादव, संत कुमार चौधरी, नीरज झा, संजीव कुमार झा मुन्ना, कॉलेज के प्राचार्य भवानंद झा, डीपीआरओ जयशंकर प्रसाद, रामनारायण झा सहित कई लोग मौजूद थे.
कार्यक्रम में शिक्षा के प्रचार-प्रसार पर दिया जोर
कहा, मेरे लिए हर समुदाय व राजनेता एक समान

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