अल्लाह की इबादत में बीतता था अिधक वक्त
जयनगर : अल्लाह के इबादत करने के बाद टेलर मास्टर मो. आलम खान की जान गयी. लोगों ने बताया है कि हर दिन की तरह मो. आलम हर सुबह भेलवा चौक स्थित बड़ी मसजिद में नमाज अदा कर वापस आये और टंकीगली स्थित अपने ट्रेलर की दुकान को खोलकर साफ सफाई कर ही रहे थे […]
जयनगर : अल्लाह के इबादत करने के बाद टेलर मास्टर मो. आलम खान की जान गयी. लोगों ने बताया है कि हर दिन की तरह मो. आलम हर सुबह भेलवा चौक स्थित बड़ी मसजिद में नमाज अदा कर वापस आये और टंकीगली स्थित अपने ट्रेलर की दुकान को खोलकर साफ सफाई कर ही रहे थे कि अचानक एक गोली उनके कमर के ऊपर लगी और वे गिर पड़े. आलम खान एक नेक दिल इनसान थे. जो पांचों वक्त नमाज अदा करते थे. लोगों ने तत्काल ही उन्हें एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया, जहां पर चिकित्सकों ने मो. आलम को मृत घोषित कर दिया. मृतक मो.आलम खान की पत्नी कौशर अंजुम घटना के बाद गंभीर सदमे में है.
कौन चलायेगा परिवार का खर्च. बुधवार की सुबह हुई गोलीकांड में मृतक जयनगर के भेलवा चैक निवासी मो. आलम खान के चार पुत्र और पांच पुत्रियां हैं. चारों पुत्र सबीर (35), तनवीर(22), सगीर (20) और राजू (18) में से एक पुत्र सबीर की ही शादी हुई है. पांच पुत्रियों में तीन की शादी हो चुकी है जबकि दो अविवाहित है. मृतक देवतबाबू की टंकी वाली गली में चांदनी ट्रेलर नामक सिलाई की दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था. बड़ा लड़का अंजान बीमारी से असामान्य रहने के कारण काम काज नहीं कर रहा . जबकि अन्य तीनों पुत्र भी कुछ खास काम धंधा नहीं करते. ऐसे में पूरे परिवार के भरण पोषण की जिम्मेदारी मो. आलम पर ही था.
परिजन का रो- रो कर बुरा हाल है.