मांगें पूरी होने तक जारी रहेगा मूल्यांकन बहिष्कार

मधुबनी : वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा द्वारा इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा उतर पुस्तिका मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार शहर के तीन केन्द्रो पर 25 वे दिन शनिवार को भी जारी रहा. समान काम के बदले समान वेतन सहित अन्य मांगो को लेकर मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर रहे परीक्षकों ने राज्य-सरकार के दमनात्मक नीति के खिलाफ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 9, 2017 4:25 AM

मधुबनी : वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा द्वारा इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा उतर पुस्तिका मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार शहर के तीन केन्द्रो पर 25 वे दिन शनिवार को भी जारी रहा. समान काम के बदले समान वेतन सहित अन्य मांगो को लेकर मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर रहे परीक्षकों ने राज्य-सरकार के दमनात्मक नीति के खिलाफ अब केन्द्र की जगह समाहरणालय के समक्ष धरना देना शुरू कर दिया है. धरनार्थियों को संबोधित करते हुए मोर्चा के प्रांतीय उपाध्यक्ष डा.

शत्रुध्न प्रसाद यादव ने कहा कि मूल्यांकन बहिष्कार के साथ धरना कार्यक्रम मोर्चा द्वारा संपूर्ण राज्य में चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जबतक सरकार हमारी मांगे पूरी नहीं करेगी हमारा आंदोलन अनवरत चलता रहेगा. वहीं जिला सचिव प्रो लक्ष्मी नारायण राय ने कहा कि सरकार की गलत शिक्षा नीति के कारण वित्तरहित कॉलेज के शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों का जीवन 40 वर्षों से बर्वाद होकर रह गया है.

संयुक्त सचिव डॉ बागीश कांत झा ने कहा कि यदि सरकार इस शांतिपूर्ण आंदोलन को कुचलने के लिए कोई दमनात्मक कार्रवाई करेगी तो मोर्चा जेल भरो अभियान चलाएगा. कोषाध्यक्ष प्रो अशोक कुमार ने अंगीभूत कॉलेज के मुख्य एवं सहायक परीक्षको से मूल्यांकन का बहिष्कार कर सहयोग करने की अपील की.

कार्यक्रम में प्रो मदन कुमार कर्ण, प्रो भवानंद झा, डॉ शंभुनाथ झा, प्रो अनिला कुमारी, प्रो रजनी कुमारी, डॉ फूल कुमारी, प्रो सरिता दास, प्रो शुभकला कुमारी, प्रो अलकी कुमारी, प्रो शारदानंद ठाकुर, डॉ नागेन्द्र झा, प्रो मोहिबुल्लाह, प्रो मनोज कुमार, प्रो कमरू जमां, प्रो अजित कुमार झा, प्रो इंद्र मोहन वर्मा, प्रो मनोज कुमार शर्मा सहित सैकड़ो परीक्षक शामिल थे.

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