वार्ड नौ में घुटने भर पानी
परेशानी. बन रहे नाले से है समस्या, घर से िनकलना दूभर मधुबनी : शहर के एक मुहल्ले में घुटने भर पानी लगा हुआ है. जिससे लोगों को आने जाने में परेशानी हो रही है. लोगों को भले ही इस बात पर विश्वास न हो. पर यह सौ फीसदी हकीकत है. शहर का यह नजारा वार्ड […]
परेशानी. बन रहे नाले से है समस्या, घर से िनकलना दूभर
मधुबनी : शहर के एक मुहल्ले में घुटने भर पानी लगा हुआ है. जिससे लोगों को आने जाने में परेशानी हो रही है. लोगों को भले ही इस बात पर विश्वास न हो. पर यह सौ फीसदी हकीकत है. शहर का यह नजारा वार्ड नौ के धोबियाटोली का है. जहां करीब चालीस परिवार मुहल्ले में नाले के पानी के घुस जाने से परेशान हैं. पानी में होकर ही लोग आते जाते हैं.
दरअसल बीते दस-पंद्रह दिन पहले मुहल्ले में नाला खुदाई का काम शुरू किया गया. जो अब मुहल्ले वासियों के लिये परेशानी का सबब बन गया है.
हालांकि इस परेशानी को झेलते हुए भी लोग इस उम्मीद में शांत हैं कि शायद इस साल नाला का निर्माण काम पूरा हो जाने पर जल निकासी की समस्या का हल हो जायेगा.
एक सप्ताह तक परेशानी. बीते एक सप्ताह से मुहल्ले के लोग सड़क पर गंदे पानी से ही गुजरते हैं. मुहल्ले के कई घर-आंगन में भी पानी घुस गया है. जिस प्रकार से सड़क पर पानी लगा है, बाहरी लोगों को यह लगता है कि इस मुहल्ले में बारिश हुई हो. लोग बीते एक सप्ताह से परेशान है. सबसे अधिक समस्या रातों को होती है.
मुहल्ले में बने बिना ढक्कन के नाला व सड़क पर पानी का लेवल एक हो जाने से कई बार लोग नाले में ही गिर गये हैं. वहीं छोटे छोटे बच्चों को भी आने जाने में परेशानी हो रही है.
उम्मीद बरकरार. वार्ड के लोगों में इस परेशानी के बाद भी यह उम्मीद है कि इस साल शायद मुहल्ले से जल निकासी हो जायेगी. वार्ड के रिजवान अहमद ने बताया है कि समस्या का स्थायी निदान होने की उम्मीद है. ऐसे में कुछ दिनों तक की ही परेशानी है. वहीं पप्पू ने कहा कि परेशानी तो हो रही है. पर लोगों में उत्साह है कि बारिश में मुहल्ला में जल जमाव नहीं होगा.
एक सप्ताह से समस्या झेल रहे लोग
मुहल्ले के पानी की नहीं हो रही निकासी
एक सप्ताह से मुहल्ले के पानी का निकासी नहीं हो रही है. नाला निर्माण में लगे संवेदक द्वारा काम में तेजी नहीं लाये जाने के कारण मुख्य नाला बंद हो चुका है. जिस कारण लोगों के घरों से निकलने वाले पानी नाला होकर नहीं निकल रहा. गुरुवार को भी बन रहे नाला से मिट्टी ही निकाली जा रही थी. जिससे संभावना है कि कम से कम पंद्रह दिनों तक इस समस्या से इस वार्ड के लोगों को जूझना होगा.