ऑपरेशन के बाद देखने नहीं आये डॉक्टर
मधुबनी : मुख्यालय स्थित कई नर्सिंग होम की जांच शनिवार को सीएस द्वारा गठित जांच दल द्वारा की गयी. जांच क्रम में जांच दल द्वारा उक्त केंद्रों में कई अनियमितता पायी गयी. जिन नर्सिंग होम की जांच की गयी उसमें किसी भी नर्सिंग होम में ओटी नोट उपलब्ध नहीं था. जांच दल द्वारा कोतवाली चौक […]
मधुबनी : मुख्यालय स्थित कई नर्सिंग होम की जांच शनिवार को सीएस द्वारा गठित जांच दल द्वारा की गयी. जांच क्रम में जांच दल द्वारा उक्त केंद्रों में कई अनियमितता पायी गयी. जिन नर्सिंग होम की जांच की गयी उसमें किसी भी नर्सिंग होम में ओटी नोट उपलब्ध नहीं था. जांच दल द्वारा कोतवाली चौक स्थित आर हेल्प लाइन हेल्थ केयर में एक महिला के ऑपरेशन कर दिये जाने के 24 घंटे बाद भी किसी चिकित्सक के द्वारा देखने नहीं आने की बात सामने आयी.
इस संबंध में शाहपुर निवासी राघवेंद्र चौधरी की 25 वर्षीय पत्नी सुनीता देवी का शुक्रवार को ऑपरेशन किया गया. जिसे एक बच्ची का जन्म हुआ. मरीज व उनके परिजनों ने जांच दल को बताया कि ऑपरेशन के 24 घंटे बाद भी अब तक कोई चिकित्सक हमारी सुध लेने नहीं आया है.
ऑपरेशन करनेवाले डाक्टर जिले में मौजूद नहीं . परिजनों ने बताया कि उन्हें यहां एक आशा द्वारा लाया गया. इस संबंध में जांच दल द्वारा संस्था के संचालक मो. अली सलाम से पूछने पर जिस डाॅक्टर द्वारा ऑपरेशन किये जाने की बात बतायी वह भी झूठा ही निकला. जब जांच दल ने संचालक से संबंधित डॉक्टर से फोन पर बात की, तो उन्होंने कहा कि वे तो खुद चार दिन से जिले के बाहर हैं. दूसरा जिस डॉक्टर से ऑपरेशन किये जाने की बात संचालक ने बतायी वे हड्डी रोग विशेषज्ञ हैं.
कई नर्सिंग होम में करते हैं इलाज. जांच क्रम में यह बात भी सामने आयी कि जांच दल द्वारा डाॅ प्रह्लाद कारक, डाॅ विनोद कुमार, डाॅ शंकर चौधरी व डाॅ जुनैद खान का नाम सभी नर्सिंग होम में पाया गया, जिसके बाद जांच टीम ने सभी चिकित्सकों से स्पष्टीकरण पूछा है.
नियमित होगी जांच. जांच दल में शामिल डाॅ आरडी चौधरी ने बताया कि सभी नर्सिंग होम की जांच नियमित की जायेगी. आशा पर विशेष मॉनीटरिंग होगी.
तथा अस्पताल में आने वाले मरीजों को पूरी सुविधा दी जाय. डाॅ चौधरी ने कहा कि जांच क्रम में यह पाया गया कि जिले के नर्सिंग होम में मरीजों का आर्थिक व मानसिक शोषण किया जा रहा है. इन नर्सिंग होम पर विभागीय शिकंजा कसने की पूरी तैयारी की जा रही है. ताकि, मरीजों को शोषण से रोका जा सके.
मुख्यालय के नर्सिंग होम की टीम ने की जांच
जांच में िमलीं कई अनियमितताएं