एकांउटेंट धीरज हत्याकांड का मास्टर माइंड निकला एजेंसी का सेल्स मैनेजर
हारानी होंडा एजेंसी में कार्यरत एकाउटेंट धीरज कुमार की हत्या मामले का उद्भेदन करने का दावा पुलिस ने किया है. पुलिस ने कहा है कि धीरज कुमार के हत्या का मास्टर माईंड एजेंसी का सेल्स मैनेजर राजकमल उर्फ राहुल ही था.
मधुबनी. महारानी होंडा एजेंसी में कार्यरत एकाउटेंट धीरज कुमार की हत्या मामले का उद्भेदन करने का दावा पुलिस ने किया है. पुलिस ने कहा है कि धीरज कुमार के हत्या का मास्टर माईंड एजेंसी का सेल्स मैनेजर राजकमल उर्फ राहुल ही था. राजकमल ने महज 1.80 लाख रुपये के लिये धीरज की हत्या करा दिया. पुलिस ने मास्टर माइंड एजेंसी के मैनेजर सहित पांच अपराधी को जिला पुलिस ने गिरफ्तार किया है. साथ ही घटना में उपयोग में लायी गई एक देशी पिस्टल व कारतूस भी बरामद की गई है. इस संबंध में जानकारी पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने नगर थाना परिसर में प्रेस वार्ता कर दी. एसपी ने कहा कि गिरफ्तार एजेंसी मैनेजर भौआड़ा का राजकमल राहूल उर्फ राजकमल ठाकुर ही हत्या का मास्टर माइंड है. जो अन्य चार अपराधी के साथ षडयंत्र कर एकाउंटेंट की हत्या करवा दी. एसपी ने कहा कि घटना में संलिप्त एक अपराधी मुजफ्फपुर जिला के अखाड़ाघाट रोड थाना नगर का प्रकाश कुमार है. वही दूसरा अपराधी राजू कुमार प्रसाद दरभंगा जिला के कमतौल थाना क्षेत्र के वाजिदपुर का है. वहीं तीसरा अपराधी राजन कुमार झा एवं चौथा अपराधी प्रकाश झा अंधराठाढ़ी थाना क्षेत्र के ठाढ़ी का रहने वाला है. जो बीते 30 मई की 8 बजे एजेंसी से रामचौक कंटाही स्थित अपने किराये के मकान में जाने के दौरान एकाउंटेंट धीरज कुमार साह की गोली मारकर हत्या कर दिया था.
1.80 लाख रुपये गबन करने के लिए हुई हत्या
एसपी ने बताया है कि घटना को लेकर मृतक के पत्नी बंदना कुमारी ने आवेदन देकर एजेंसी के मैनेजर राजकमल पर प्राथमिकी दर्ज करायी थी. प्राथमिकी दर्ज कर घटना में संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए डीएसपी राजीव कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गयी. विशेष टीम के सामने एजेंसी के मैनेजर राजकमल ठाकुर ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली. एसपी ने कहा कि एजेंसी के मैनेजर राजकमल कस्टमर के लोन का पैसा रिजेक्ट होने पर कस्टमर का पैसा नकद प्राप्त कर लेता था. लेकिन वह पैसा एजेंसी में जमा नहीं करता था. इस तरह मैनेजर दो कस्टमर का 1 लाख 80 हजार रुपये अपने पास रख लिया. इसकी जानकारी एजेंसी के एकाउंटेंट धीरज कुमार को मिल गई. जानकारी के बाद एकाउंटेंट धीरज मैनेजर पर पैसा जमा करने के लिए दबाव डाल रहा था. एजेंसी मैनेजर 1.80 हजार रुपये गबन करने के लिए अन्य अपराधियों के साथ मिलकर हत्या करवा दिया. जानकारी के बाद विशेष टीम ने छापेमारी कर चार अपराधी के गिरफ्तारी के साथ एक देशी पिस्टल, पांच जिंदा कारतूस , पांच मोबाइल, तीन बाइक व एक खोखा बरामद किया है.
विशेष टीम होंगी पुरस्कृत
एसपी ने कहा कि राजीव कुमार अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर के नेतृत्व में विशेष टीम गठित कि गई थी. टीम में नगर थानाध्यक्ष सत्येन्द्र कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक मनोज कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक लक्ष्मी कुमारी, पुलिस अवर निरीक्षक रानी कुमारी, तकनीकी शाखा प्रभारी ,मुकेश कुमार तकनीकी सहायक इम्पू कुमारी , शिव शंकर उरांव, सुरेश कुमार व मनोहर कुमार सहित चौकीदार राजाबाबू यादव एवं महाकांत कुमार था. एस पी ने कहा कि घटना के उदभेदन करने वाले टीम के सभी सदस्यों को पुरस्कृत किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है