आपराधिक मामलों के निष्पादन को ले एसीजेएम ने थानाध्यक्षों के साथ की बैठक
व्यवहार न्यायालय परिसर में एसीजेएम के प्रकोष्ठ में आपराधिक मामलों के निष्पादन में तेजी लाने व आवश्यक जांच प्रतिवेदन ससमय प्रस्तुत करने को लेकर शनिवार को अनुमंडल के सभी थानों के थानाध्यक्षों के साथ अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी रंजीत कुमार सोनू की अध्यक्षता में बैठक हुई. ए
बेनीपट्टी. व्यवहार न्यायालय परिसर में एसीजेएम के प्रकोष्ठ में आपराधिक मामलों के निष्पादन में तेजी लाने व आवश्यक जांच प्रतिवेदन ससमय प्रस्तुत करने को लेकर शनिवार को अनुमंडल के सभी थानों के थानाध्यक्षों के साथ अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी रंजीत कुमार सोनू की अध्यक्षता में बैठक हुई. एसीजेएम ने सभी थानों के थानाध्यक्षों को आपराधिक मामलों में नये आपराधिक कानून के तहत जारी दिशा निर्देशों का शत प्रतिशत अनुपालन करते हुए जांच प्रतिवेदन ससमय समर्पित किये जाने का निर्देश दिया. कहा कि किसी भी मामले में पुलिस की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. पुलिस की इन्वेस्टिगेशन पूरा करने के बाद ही मामलों का निष्पादन हो पाता है. ऐसे में आवश्यक है कि जब ट्रायल की स्थिति आती है उस समय पुलिस को इन्वेस्टिगेशन पूरा कर फाइनल फॉर्म के साथ चार्जशीट समर्पित करना अनिवार्य होता है. जिसे सभी पुलिस कर्मियों को गंभीरता से लेने की जरूरत है. पुलिस की लापरवाही के कारण ससमय अनुसंधान पूरा नहीं होने और चार्जशीट समर्पित नहीं होने पर मामला लंबा खिंच जाता है. न्यायालय को समय से केस डायरी उपलब्ध कराने व तय समय में वारंट तामिला कराने 41 का नोटिस ससमय पार्टी को तामिला कराने का निर्देश दिया. साथ ही आर्म्स एक्ट, इलेक्ट्रिसिटी एक्ट व कंफर्टेबल केस से संबंधित कई आवश्यक दिशा निर्देश दिये. मौके पर सर्किल पुलिस इंस्पेक्टर नीरज कुमार वर्मा, बेनीपट्टी थानाध्यक्ष गौतम कुमार, बिस्फी थानाध्यक्ष अविनाश कुमार, साहरघाट के अरविंद कुमार, खिरहर की सुप्रिया कुमारी, अरेर की नेहा निधि, मधवापुर एसएचओ पंकज चौधरी व हरलाखी के थानाध्यक्ष जितेंद्र सहनी समेत अन्य न्यायिक अधिकारी, कर्मी व पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे.
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