बेनीपट्टी. स्थानीय उगना चौक के निकट रहिका-बेनीपट्टी एसएच 52 मुख्य सड़क पर अनियंत्रित कार पीलर को तोड़ते हुए उगना महादेव की प्रतिमा से जा टकरायी. अनियंत्रित कार चालक ने सड़क किनारे में सूप बुन रही एक वृद्ध को भी कुचल दिया. जिससे उसकी मौत हो गई. वहीं कार में सवार एक मरीज सहित 4 लोग गंभीर रूप से घायल हो गये. मृतक की पहचान उगना चौक निवासी कुशे मल्लिक 55 के रुप में हुई है. घटना रविवार रात की बताई जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार रहिका की ओर से आ रही कार मृतक व उनकी पत्नी प्रमिला देवी को कुचल दिया. बताया जा रहा है कि कार चालक ने मृतक और उनकी पत्नी को ठोकर मारकर एक पीलर को तोड़ते हुए उगना महादेव प्रतिमा से जा टकराई. दुर्घटना के बाद कार चालक कार को उसी जगह छोड़कर भाग निकला. बताया जा रहा है कि दुर्घटनाग्रस्त कार में सवार गंभीर बीमारी के एक मरीज सहित चार लोग दरभंगा से इलाज कराकर सीतामढ़ी जिले के भैरवा कोठी नामक अपने गांव जा रहे थे. घटना की सूचना मिलते ही बेनीपट्टी थानाध्यक्ष गौतम कुमार की पहल पर मौके पर पहुंची दो एंबुलेंस से गंभीर रूप से जख्मी कुशे मल्लिक व उनकी पत्नी प्रमिला देवी एवं कार में सवार सभी चार लोगों को इलाज के लिये अनुमंडलीय अस्पताल भेजा गया. जहां चिकित्सकों ने कुशे मल्लिक को मृत घोषित कर दिया. वहीं उनकी पत्नी प्रमिला देवी का इलाज चल रहा है. इसके बाद कार में सवार चारों घायलों की स्थिति नाजुक देख चिकित्सकों ने सभी को डीएमसीएच दरभंगा के लिये रेफर कर दिया. मिली जानकारी के अनुसार कार में सवार मरीज जयभद्र झा, इंदिरा देवी, सोनू कुमार व किसन कुमार दरभंगा से सकरी (पंडौल) के रास्ते बेनीपट्टी होकर सीतामढ़ी जिले के भैरवा कोठी गांव स्थित अपने घर लौट रहे थे. पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये सदर अस्पताल भेज दिया. पोस्टमार्टम होकर शव के घर पहुंचने पर सोमवार की सुबह आक्रोशित लोगों ने करीब 3 घंटे तक दुर्घटना स्थल के समीप बेनीपट्टी-मधुबनी एसएच 52 पथ एवं बासोपट्टी मार्ग को बांस-बल्ला से घेरकर जाम कर दिया. दुर्घटना से आक्रोशित लोग मुआवजे की मांग कर रहे थे. सड़क जाम की सूचना पर थानाध्यक्ष गौतम कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे. इसके बाद नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी गौतम आनंद व बेनीपट्टी के सीओ धर्मदेव चौधरी सहित अन्य लोग जाम स्थल पर पहुंचकर लोगों को समझाने बुझाने की कोशिश की. लेकिन सड़क जाम कर रहे लोगों ने बात नहीं मानी. इसके बाद एसडीपीओ दिवेश एवं बीडीओ डॉ. रवि रंजन भी मौके पर पहुंचकर वार्ता शुरू की. एसडीपीओ ने अपने स्तर से तत्काल शव की अंत्येष्टि के लिये 5 हजार रुपये नकद देकर सड़क जाम हटाने की लोगों से अपील की. बाद में मुआवजा दिलाने की बात कही. लेकिन फिर भी लोग बात मानने के लिए तैयार नहीं थे. रुपये एसडीपीओ को वापस कर दिये. मृतक के परिजन शीघ्र मुआवजा देने को अड़े थे. बाद में मुआवजा मिलने का प्रशासन के आश्वासन पर लोगों का आरोप था कि इससे पूर्व बीते वर्षों में इसी जगह पर स्थानीय एक व्यक्ति की मौत वाहन की ठोकर से हो गई थी. 3 घंटे तक जाम रहने के बाद एसडीएम मनीषा मौके पर पहुंची. सामाजिक कार्यकर्ताओं के सहयोग से लोगों को आश्वासन दिलाया. इसके बाद लोगों ने सड़क जाम समाप्त किया. उधर नगर पंचायत की सफाई एजेंसी साज ट्रेडिंग कंपनी की ओर से मृतक के परिजन को तत्काल अंत्येष्टि के लिए 5 हजार रुपये नकद दिये गये. इस बीच सड़क के दोनों किनारे वाहनों की लंबी कतारें लग गई. राहगीर अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिये जाम में फंसे परेशान और हलकान रहे. मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता योगीनाथ मिश्र बबलू, जयसुंदर मिश्र, रामबरण राम, राजेंद्र साफी, नगर पंचायत कार्यालय के समन्वयक राकेश तिवारी, प्रभारी प्रधान लिपिक रोहित कुमार व स्वच्छता पदाधिकारी शिव कुमार समेत अन्य लोग भी मौजूद थे.
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