मधुबनी. फाइलेरिया से बचाव के लिए जिले में सभी स्वस्थ लोगों को आशा व स्वास्थ्यकर्मियों की देखरेख में सर्वजन दवा का सेवन कराया जा ऱहा है. इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग एवं पीसीआई के संयुक्त तत्वाधान में बीएम कॉलेज रहिका व जेएन कॉलेज में 300 से अधिक छात्र-छात्राओं के बीच फाइलेरिया रोधी दवाओं के सेवन के लिए बूथ स्थापित कर डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की दवा खिलाई गई. कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्य डॉ. कुमार वैभव ने दवा खाकर किया. इसके बाद 300 छात्र-छात्राओं ने दवा का सेवन किया. विदित हो कि बूथ स्तर पर 29 अगस्त को आखिरी दिन दवा खाने का था. शेष छूटे हुए लोगों को मॉप अप राउंड के तहत दवा खिलाई जाएगी. प्रधानाचार्य डॉ. कुमार वैभव ने कहा कि हमलोगों ने फाइलेरिया की दवा खाई है. फाइलेरिया जैसी गंभीर रोग से बचाव के लिए सभी लोगों को सर्वजन दवा का सेवन कर खुद को सुरक्षित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर दवा सेवन कराने के लिए टीम फाइलेरिया दवा के साथ पहुंची. लगातार 5 वर्ष दवा सेवन कर हो सकते हैं सुरक्षित पीसीआई के जिला समन्वयक विशाल गुप्ता ने कहा कि दोनों कॉलेज के छात्र-छात्राओं को जानकारी दी गई कि लगातार पांच साल तक फाइलेरिया की दवा खाने के बाद किसी के शरीर में फाइलेरिया के कृमि रहता भी है तो वह समाप्त हो जाता है. अगर किसी को हल्का फुल्का साइड इफेक्ट हो तो घबराएं नहीं. यह स्वतः ठीक हो जाता है.
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