मधुबनी. जिले के चिन्हित प्रखंडों में 10 अगस्त से शुरू होने वाले सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम को लेकर मंगलवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी रहिका निरंजन कुमार की अध्यक्षता में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर प्रखंड समन्वय समिति की बैठक हुई. बैठक में सभी विभाग से आए प्रतिनिधियों से अभियान के दौरान सहयोग करने की अपील की गई. बीडीओ ने कहा कि 10 अगस्त से 29 अगस्त तक प्रस्तावित अभियान के लिए सभी विभाग एवं सहयोगी संस्था समन्वय बनाकर काम करेंगे. साथ ही सभी विभाग अपने-अपने कार्यालय में बैठक कर कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए संबंधित कर्मियों को निर्देशित करेंगे. ताकि अभियान के दौरान अधिक से अधिक लोग दवा का सेवन कर सकें. उन्होंने कहा कि फाइलेरिया रोधी दवाओं के सेवन के बाद होने वाले कुछ प्रतिकूल प्रभावों के बारे में समुदाय को सही जानकारी देना जरुरी है. इससे फाइलेरिया रोधी दवाओं की गुणवत्ता एवं इससे होने वाले संभावित प्रभावों पर लोगों की जागरूकता बढ़ेगी. साथ ही प्रखंड स्तर पर दवा सेवन के संभावित प्रभावों के निदान के लिए अधिकारियों को चिन्हित करना भी जरुरी है. उन्होंने एमडीए राउंड में स्वास्थ्य विभाग के अलावे शिक्षा विभाग, आईसीडीएस, पंचायती राज विभाग, पीडीएस, जीविका सहित अन्य विभागों एवं सहयोगी संस्थाओं से सक्रिय सहयोग की अपील की. रोग की सही जानकारी एमडीए की सफलता का होगा सूत्रधार पिरामल के जिला लीड धीरज कुमार सिंह ने कहा कि एमडीए राउंड का आयोजन पिछली दो दशक से हो रहा है. लेकिन अभी भी फाइलेरिया उन्मूलन में शत-प्रतिशत सफलता नहीं मिली है. इसके लिए जरुरी है कि लोगों को यह बताया जाए कि फाइलेरिया एक बेहद गंभीर एवं लाईलाज बीमारी है. एक बार होने के बाद ठीक नहीं होता है. इसके लिए सामुदायिक जन-जागरूकता जरुरी है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार के निर्देशानुसार वर्ष 2027 तक फाइलेरिया मुक्त करना है. एमओ डॉ. वैभव कुमार पांडेय एवं राकेश पांडे ने कहा कि सर्जन दवा सेवन कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर दस्तक देगी और बीमारी से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करेगी. टीम के सदस्यों के सामने ही लोगों को दवा खिलाई जाएगी. डीइसी व एल्बेंडाजोल की खिलाई जाएगी खुराक अभियान के दौरान दो तरह की दवा डीइसी व एल्बेंडाजोल खिलाई जाएगी. इसमें 2 वर्ष के ऊपर के सभी लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य है. गंभीर रोगों से ग्रसित एवं गर्भवती महिलाओं को दवा नहीं खिलाई जाएगी. 2 वर्ष से 5 साल तक के बच्चों को डीईसी की 1 व एल्बेंडाजोल की 1 गोली खिलाई जाएगी, 6 वर्ष से 14 वर्ष तक के बच्चों और किशोर को डीईसी की 2 एल्बेंडाजोल की 1 गोली खिलाई जाएगी तथा 15 वर्ष से ऊपर के सभी उम्र के लोगों को डीईसी की 3 तथा एल्बेंडाजोल की 1 गोली खिलाई जाएगी. इस दौरान प्रखंड प्रमुख जयंती देवी, प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी, स्वास्थ्य प्रबंधक राजेश रंजन, बीसीएम शिवेश कुमार, पिरामल के विवेक कुमार, दीपक कुमार, सभी मुखिया, पंचायत सचिव एवं जीविका के प्रतिनिधि उपस्थित थे.
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