Madhubani News. मधुबनी. जिला परिषद की राजनीति एक बार फिर गरमा गयी है. राजनीति सरगर्मी तेज हो गई है. जिला परिषद के अध्यक्ष के विरुद्ध पार्षदों ने एक बार फिर से मोर्चा खोल दिया है. पार्षदों ने अध्यक्ष पर जिप की योजना में भेदभाव करने सहित अन्य आरोप लगाते हुए अविश्वास जताया है. नाराज 31 पार्षदों ने कार्यपालक पदाधिकारी को हस्ताक्षरयुक्त आवेदन दिया है और अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास पर बहस कराने की मांग की है.
लगाया गया कई आरोप
Madhubani News. आरोप में पार्षदों का कहना है कि योजनाओं में समान रुप से कार्य का आवंटन नहीं किया जाता. साथ ही योजना क्रियान्वयन के बाद भुगतान में भी पक्षपात किया जाता रहा है. कार्यालय के कार्यों में भी दखल अंदाजी किया जाता है. सदस्यों का सम्मान भी नहीं किया जाता है. सदन द्वारा लिए गए निर्णय में भी दखल अंदाजी किया जाता रहा है. अविश्वास प्रस्ताव देने के क्रम में पार्षदों का कहना था कि पूर्व में 1 जनवरी को भी हम लोगों ने अविश्वास लाया गया. 15 जनवरी को अविश्वास पर बहस हुई. उस दौरान सदन में मत विभाजन किए बिना ही कथित तौर पर गलत तरीके से अविश्वास को खारिज कर दिया गया.इन्होंने किया है आवेदन पर हस्ताक्षर
Madhubani News. अविश्वास के आवेदन में लक्ष्मी कुमारी, नसीमा प्रवीण, विनोद प्रसाद साह, प्रियंका चौधरी, बिपिन कुमार यादव, मो ताजुद्दीन, मो अकिलुद्दीन, अलका झा, प्रेमनारायण, आरती कुमारी, वीणा देवी, पिंटू मिश्रा, शोभा भारती, मो फैयाज, अनीता कुमारी, सइदा बानो, मो रेजाउद्दीन, चंद्रभूषण साह, मनीष कुमार झा, रीना देवी, अरुण कुमार राम, मिथिलेश भारती, ज्योति देवी, अंजलि कुमारी, अनीता देवी, सुमन कुमार सिंह, सरोज सिंह, महेंद्र नारायण यादव, नीलम यादव, दीपक कुमार सिंह, बबीता देवी हैं. कुल 31 पार्षदों ने अविश्वास पर तो खुले तौर पर अपना हस्ताक्षर कर दिया है. पर जानकारों के मुताबिक कुछ और पार्षदों का परोक्ष समर्थन मिल रहा है. डीडीसी दिपेश कुमार ने बताया कि कार्यालय में अविश्वास का पत्र मिलने की जानकारी मिली है. जल्द ही बहस के लिये तिथि निर्धारित की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है