Bihar Flood: बिहार के मधुबनी जिला में सिसही और चिउरही पंचायत के ग्रामीणों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति को लेकर गुरुवार से अंचल कार्यालय पर आमरण अनशन और भूख हड़ताल शुरू की है. ग्रामीणों का आरोप है कि सरकार ने उनकी पंचायतों को बाढ़ प्रभावित घोषित नहीं किया है, जबकि हाल ही में बाढ़ का पानी उनके घरों में 120 घंटे तक भरा रहा.
किसानों ने अपनी हक की लड़ाई में सभी किसानों को एकजुट किया
चिउरही पंचायत के मुखिया विजय यादव के नेतृत्व में किसानों ने अपनी हक की लड़ाई में सभी किसानों को एकजुट किया है. उन्होंने कहा कि अंचलाधिकारी द्वारा तीन दिनों तक सामुदायिक रसोई चलाने और तिरपाल वितरण के बावजूद बाढ़ प्रभावित घोषित नहीं किया गया है, जिससे पीड़ितों को कोई सहायता नहीं मिल रही है.
नाराज ग्रामीणों ने आमरण अनशन का सहारा लिया
प्रशासन द्वारा नाव चलाने और NDRF की टीम की मदद से लोगों को बचाने के प्रयास किए गए, लेकिन इसके बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हुआ है. इसी कारण नाराज ग्रामीणों ने आमरण अनशन का सहारा लिया है. मुखिया ने कहा कि आमरण अनशन की सूचना अंचलाधिकारी को पहले ही दी गई थी, और यह अनिश्चितकालीन चलेगा.
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इस मामले में अंचलाधिकारी ने क्या कहा
इस संबंध में अंचलाधिकारी नंदलाल राम ने कहा कि बाढ़ प्रभावित घोषित करने के लिए सरकार के कुछ मानक होते हैं, जो इस समय पूरे नहीं हो रहे हैं. उन्होंने यह भी बताया कि सभी जानकारी जिला प्रशासन को भेज दी गई है और वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है.