मधुबनी.
पिछले एक सप्ताह से पछिया हवा के कारण ठंड काफी बढ़ गयी है. गुरुवार को जिला भीषण ठंड की चपेट में रहा. तापमान सामान्य से करीब चार डिग्री सेल्सियस कम रिकॉर्ड किया गया, हालांकि मौसम विभाग के वैज्ञानिक ने बताया है कि अगले दो दिनों में मधुबनी में स्थिति में सुधार हो सकती है. शनिवार से धूप निकलने की संभावना है. गुरुवार को हाड़ कंपा देने वाली ठंड रही. मौसम विभाग पूसा समस्तीपुर के अनुसार आगामी दो दिनों तक मौसम का यही हाल रहेगा. इसके बाद मौसम में बदलाव होने की संभावना है. विलंब से चल रही ट्रेनेंघना कोहरा के कारण बुधवार को नयी दिल्ली – जयनगर स्वतंत्रता सेनानी सुपर फास्ट एक्सप्रेस तय समय शाम 6 : 30 बजे से 12 घंटा बिलंब से गुरुवार सुबह 6 : 30 बजे पहुंची. ट्रेन के बिलंब परिचालन व ठंड के कारण यात्रियों को दोहरी मार झेलनी पड़ी. रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार गुरुवार को नयी दिल्ली – जयनगर स्वतंत्रता सेनानी सुपर फास्ट एक्सप्रेस के तय समय शाम 6 : 30 बजे से 4-5 घंटे बिलंब से रात 11 बजे तक पहुंचने की संभावना बताई जा रही है.अस्पताल में ठंड से बचाव के लिए इंतजाम नहीं
सदर अस्पताल के ओपीडी स्थित अल्ट्रासाउंड के कर्मियों ने कहा कि इतनी ठंड के बाद भी चिकित्सक, कर्मियों एवं मरीजों को ठंड से राहत के लिए कोई उपाय नहीं किया गया है. अल्ट्रासाउंड कक्ष में हीटर एवं ब्लोअर लगाने के लिए अस्पताल प्रबंधन को पत्र लिखा गया है. इसके बाद भी प्रबंधन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गयी.बच्चों व बुजुर्गों को हमेशा गर्म कपड़े पहना कर रखें :
सिविल सर्जन डॉ हरेंद्र कुमार ने कहा कि बढ़ती ठंड के मौसम में बच्चों और बुजुर्गों को पूरे शरीर को हमेशा गर्म कपड़े से ढक कर रखना चाहिए. इसके साथ ही समय-समय पर ब्लड प्रेशर व ब्लड शुगर की जांच कराते रहनी चाहिए. पीने के लिए गुनगुने पानी का इस्तेमाल करना चाहिए. ठंड का प्रकोप बढ़ने से बुजुर्गों को सतर्कता बरतनी चाहिए. इससे बचाव के लिए शिशु रोग विशेषज्ञ डाॅ. विवेकानंद पाल ने कहा कि ठंड के कारण दोनों आयु वर्ग के व्यक्तियों पर अधिक खतरा बना रहता है. उन्होंने कहा कि नवजात शिशु की बात करें तो समय से पूर्व जन्म में बच्चों को हाइपोथर्मिया होता है ऐसे बच्चों को जन्म के साथ ही उनके शरीर के लिए गर्मी अति आवश्यक है. इसके लिए नवजात शिशु को हमेशा गर्म कपड़े में लपेटकर रखें.ठंड बढ़ने से मरीजों कम आ रहे
ठंड से प्रभावित मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है, हालांकि गुरुवार को सर्द हवाओं के थपेड़ों के बीच ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर पर 380 मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया गया. इसमें सबसे अधिक मरीज सर्दी खांसी वह बुखार के शामिल रहे इसके अलावा ऑर्थोपेडिक मरीजों की संख्या भी रही. हालांकि कंपकंपा देने वाली ठंड के कारण अस्पताल में मरीजों की संख्या में कमी आयी है, लेकिन सर्दी खांसी बुखार दमा व ब्लड प्रेशर के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. इन मरीजों को अस्पताल में आवश्यकता अनुसार इलाज व परामर्श दिया जा रहा है. इसके लिए मरीजों को सतर्क एवं सावधान होने की जरूरत है.
ठंड से बचाव के लिए गाइड लाइन जारी
मधुबनी.
ठंड के मौसम में बढ़ते ठंड व शीतलहर को देखते हुए इससे बचने के उपाय के संबंध में आपदा प्रबंधन विभाग ने गाइडलाइन जारी की है. आपदा प्रबंधन विभाग ने ठंड से बचने के लिए जारी गाइडलाइन में कहा है कि गर्म कपड़े पहनकर व कान को ढक कर ही घर से बाहर निकलें. शरीर में ऊष्मा का प्रवाह बनाए रखने के लिए पौष्टिक आहार एवं गर्म पेय पदार्थ जैसे गर्म दूध, काढ़ा, सूप, चाय, कॉफी आदि का सेवन करते रहें. खट्टे फल विटामिन सी युक्त जैसे नींबू, संतरा, कीनू, आवंला का प्रयोग खाने में करते रहें. अदरक काली मिर्च युक्त तुलसी का सेवन से शरीर गर्म रहता है. ठंड से एवं सुरक्षित रहने का प्रयास करते रहें. किसी भी आपातकालीन सहायता के लिए आपका प्रबंधन विभाग के राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र पर टोल फ्री नंबर 1070 या हेल्पलाइन नंबर 0612-2294204 एवं 2294205 पर संपर्क कर सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है