जयंती पर याद किये गये बीपी मंडल
प्रखंड क्षेत्र नाहस खंगरैटा चौक स्थित राजद बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रखंड कार्यालय में रविवार को सामाजिक न्याय के प्रणेता बीपी मंडल की 112 वीं जयंती मनायी गयी.
बिस्फी. प्रखंड क्षेत्र नाहस खंगरैटा चौक स्थित राजद बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रखंड कार्यालय में रविवार को सामाजिक न्याय के प्रणेता बीपी मंडल की 112 वीं जयंती मनायी गयी. राजद बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के जिला सचिव सह प्रवक्ता विजय चंद्र घोष की अध्यक्षता में आयोजित जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष विष्णु देव सिंह ने कहा कि 1968 में बिहार के सातवें मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने कार्य किया. लेकिन उन्होंने 30 दिन के बाद इस्तीफा दे दिया. बावजूद उनकी बड़ी पहचान मंडल आयोग की सिफारिशों को लेकर हुई. एक सांसद के रूप में उन्होंने दूसरे पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष के रूप में काम किया. जिसे मंडल आयोग के रूप में जाना जाता है. आयोग की रिपोर्ट ने भारतीय आबादी के एक बड़े हिस्से को अन्य पिछड़ा वर्ग के रूप में संगठित किया और भारतीय राजनीति में कम प्रतिनिधित्व वाले और वंचित समूहों से संबंधित नीतियों पर तीखी बहस शुरू की. इस अवसर पर भोला सहनी, बिनोद यादव, मो. शकील, उप प्रमुख मो. इसराइल, विजय कुमार यादव, मातवर यादव, महेश यादव, पूर्व मुखिया रुदल यादव, नवल यादव, नरेश यादव, सुनील सहनी, राधे यादव, अरुण कुमार यादव, जक्की अहमद पम्मू, सरोज कुमार ने पूर्व सीएम बीपी मंडल के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला.
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