सैन्ट्रीफ्यूज मशीन खराब, सीरम सेपरेट करने में हो रही परेशानी
सदर अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधा नहीं मिल रहा है. जबकि अस्पताल में लगभग 45 तरह के जांच की जा रही है. विडंबना है कि मरीजों को जांच रिपोर्ट भी निर्धारित समय पर नहीं मिलता है.
मधुबनी . सदर अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधा नहीं मिल रहा है. जबकि अस्पताल में लगभग 45 तरह के जांच की जा रही है. विडंबना है कि मरीजों को जांच रिपोर्ट भी निर्धारित समय पर नहीं मिलता है. सीरम सेपरेट करने वाली लगभग 5 हजार रुपए की सैन्ट्रीफ्यूज मशीन विगत एक माह से खराब पड़ा है. इसके कारण 14 से 15 मिनट में होने वाली जांच के लिए 4 से 5 घंटे का समय लगता है. पैथ लैब में प्रतिदिन 125-175 मरीज जांच के लिए आते हैं. सैन्ट्रीफ्यूज मशीन को दुरुस्त नहीं कराया गया है. सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार पैथ लैब कर्मियों ने इसकी सूचना अस्पताल प्रबंधन को कई बार लिखित रूप से दी है. इतना ही नहीं पैथ लैब में 2-4 हजार रुपए में मिलने वाली सीबीसी रोटेटर मशीन नहीं रहने से जांच में परेशानी होती है. विदित हो कि सरकार ने आयुष्मान भारत योजना से प्राप्त राशि में से 75 प्रतिशत राशि अस्पताल के विकासं एवं 25 प्रतिशत राशि चिकित्सकों एवं कर्मियों के प्रोत्साहन के रूप में व्यय करने का निर्देश दिया है. इसके बाद भी अस्पताल प्रबंधन इसे चुस्त दुरुस्त कराने में उदासीन है. इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ नरेश कुमार भीमसारिया ने कहा कि मामले की जानकारी ली जा रही है. उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रबंधन को तत्काल सभी आवश्यक उपकरणों को पैथ लैब में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. शीघ्र सभी मशीन पथ लैब में उपलब्ध होगा.
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