करहारा में सीओ ने धौंस नदी के जलस्तर का लिया जायजा
प्रखंड के सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शुमार करहारा से होकर बहनेवाली धौंस सहित अधवारा समूह की सभी सहायक नदियों के जलस्तर में वृद्धि शुरू हो गई है.
बेनीपट्टी . प्रखंड के सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शुमार करहारा से होकर बहनेवाली धौंस सहित अधवारा समूह की सभी सहायक नदियों के जलस्तर में वृद्धि शुरू हो गई है. जल स्तर बढ़ने से बीते पहली जुलाई को करहारा में धौंस नदी पर ग्रामीणों द्वारा बनाई गई चचरी पुल भी पानी में बह गया. इससे करहारा, सोहरौल और समदा सहित अन्य गांव के लोगों को करहारा से बसैठ जाने के लिये आवागमन ठप हो गया. ग्रामीणों से अंचल प्रशासन से उस स्थल पर नदी के दूसरे पार जाने के लिये नाव उपलब्ध कराने की मांग की है. ग्रामीणों की सूचना पर सीओ धर्मदेव चौधरी ने गुरुवार को राजस्व कर्मचारी राजेश कुमार के साथ करहारा सहित विभिन्न जगहों का भ्रमण कर धौंस नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया और नाव उपलब्ध कराने की प्रक्रिया में जुट गये. बता दें कि हर वर्ष बाढ़ आने पर पश्चिम इलाके के करहारा, सोहरौल, समदा, बिरदीपुर, उच्चैठ, सोइली, बेतौना, बनकट्टा, डीह टोल, पाली, बर्री, रजघट्टा, माधोपुर, रजबा सहित तकरीबन डेढ़ दर्जन गांव के लाखों लोगों को घर से मुख्य सड़क तक पहुंच पाना तो दूर बल्कि अपने घर में ही कैद होकर रहने की विवशता बनी रहती आई है और बाढ़ आने पर व्यापक पैमाने पर जान माल की क्षति भी झेलनी पड़ी है. बाढ़ आने पर सोहरौल, समदा, करहारा व बिरदीपुर की ओर पानी बहाव का रुख स्वतः मुड़ जाता है और इन गांवों के तकरीबन एक लाख से अधिक आबादी त्राहिमाम करती नजर आती है. हालांकि जल संसाधन विभाग द्वारा बीते वर्ष विभिन्न जगहों पर धौंस नदी सहित कई नहर और उपनहरों की मरम्मती कराई गई है, जिससे पर्याप्त मात्रा में नदी के पेटी में पानी का ठहराव हो सके. बिरदीपुर में पुल निर्माणाधीन है और करहारा में भी लोकसभा चुनाव की घोषणा से कुछ ही दिन पहले पुल निर्माण का शिलान्यास किया जा चुका है. इसके अलावे सुरक्षा बांध, रिंग बांध और महाराजी बांध सहित विभिन्न बांधों की भी मरम्मती की औपचारिकता भी पूरी की गई. अधिकारियों को नदियों के जलस्तर की सतत निगरानी किये जाने के साथ ही संभावित बाढ़ को देखते हुए सभी आवश्यक तैयारी किये जाने को निर्देशित किया गया है. स्थानीय वार्ड सदस्य विनोद कुमार यादव, शिव कुमार साफी, पलट साह व नवल किशोर कामत सहित अन्य ग्रामीणों ने कहा कि संभावित बाढ़ के खतरे को लेकर प्रशासन को अवगत कराया जा चुका है.
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