बेनीपट्टी. प्रखंड क्षेत्र में बगैर निबंधन के पांच दर्जन से अधिक कोचिंग शिक्षण संस्थान संचालित हैं. जिनमें कोचिंग संस्थान व पब्लिक स्कूल दोनों शामिल हैं. बगैर निबंधन कराये बेरोकटोक कोई साइंस कोचिंग क्लासेस, कॉमर्स कोचिंग क्लासेज इंग्लिश कोचिंग क्लासेज, इंग्लिश पब्लिक स्कूल और विभिन्न आकर्षक नाम से शिक्षण संस्थान संचालित किये जा रहे हैं. जिन्हें न तो शिक्षा विभाग की नीतियों या मानकों की कसौटी पर खड़ा उतरने की बाध्यता होती है न ही संस्थान में संसाधनों की गुणवत्ता उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी महसूस होती है. कई पब्लिक स्कूल जो बिना निबंधन के संचालित हो रहे हैं वहां न तो शिक्षक ही प्रशिक्षित होते हैं और न ही अनुसूचित जाति जन जाति के 20 फीसदी बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा देने की सरकार की नीतियों का अनुपालन करने की जरूरत होती है. नामांकन के नाम पर मोटी फीस वसूली जा रही है. निजी प्रकाशन के कई हजार रुपये के पुस्तक ख़रीद कराई जा रही है तो खुले बाजारों में उपलब्ध न होकर विद्यालय में ही मिल रहे हैं. बच्चों का ड्रेस, टाई बेल्ट, स्वेटर, जैकेट जूता मोजा आदि सभी सामान इन दिनों स्कूल में ही बिक रहे हैं. कुल मिलाकर ऐसे शिक्षण संस्थान प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर खुला व्यवसाय संचालित कर रहा है. लिहाजा गुणवत्ता शिक्षा अब पूर्णतया व्यवसाय में तब्दील हो गया है. संस्थानों के संचालन की समय-सारिणी भी अपने हिसाब से तय की जा रही है. अब तक बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र में महज 30 निजी विद्यालय ही रजिस्टर्ड है. वहीं एक भी कोचिंग संस्थान निबंधित नहीं है. इसका खुलासा सूचना के अधिकार कानून के तहत मांगी गई सूचना के आलोक में स्वंय शिक्षा विभाग के द्वारा दिये गये जवाब से खुलासा हुआ है. बेनीपट्टी मुख्यालय के आरटीआइ कार्यकर्ता त्रिलोक नाथ झा ने बेनीपट्टी के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से प्रखंड क्षेत्र में निबंधित कोचिंग एवं निजी स्कूल के संबंध में सूचना उपलब्ध कराने की मांग की थी. जिसके आलोक में बीएओ ने आवेदक को सूचना उपलब्ध कराई है. प्रखंड क्षेत्र में कुल 30 निजी स्कूलों के निबंधित रहने की जानकारी उन्होंने आवेदक को दी है.
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