Madhubani News. सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ मिथिला विभूति स्मृति पर्व समारोह का समापन
श्री लीलाधर प्लस टू उच्च विद्यालय परिसर में मिथिलांचल सर्वांगीण विकास संस्थान के तत्वाधान में आयोजित तीन-दिवसीय मिथिला विभूति स्मृति पर्व समारोह का समापन शुक्रवार को विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुआ.
Madhubani News. बेनीपट्टी. प्रखंड मुख्यालय स्थित श्री लीलाधर प्लस टू उच्च विद्यालय परिसर में मिथिलांचल सर्वांगीण विकास संस्थान के तत्वाधान में आयोजित तीन-दिवसीय मिथिला विभूति स्मृति पर्व समारोह का समापन शुक्रवार को विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुआ. समारोह के तीसरे व अंतिम दिन का उद्घाटन ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी के सदस्य नलिनी रंजन झा उर्फ रूपन समेत मंचासीन सभी आगत अतिथियों ने महाकवि विद्यापति के चित्र पर माल्यार्पण कर किया. प्रसिद्ध मैथिली गायक देवानंद झा द्वारा गाये गये गोसाउनिक गीत व स्वागतगान से कार्यक्रम की शुरुआत हुई. कार्यक्रम में संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष अमरनाथ झा भोलन व महासचिव भाग्य नारायण मिश्र ने उद्घाटनकर्ता नलिनी रंजन झा उर्फ रूपन, मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित मधुबनी नगर निगम के डिप्टी मेयर मो. अमानुल्लाह खां, विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद नॉलेज डेवलपमेंट किंडरगार्टेन एकेडमी बेनीपट्टी के निदेशक दिलीप कुमार झा, प्रसिद्ध शिक्षाविद प्रो. योगानंद झा, संस्थान के प्रधान महासचिव रामबरण राम, कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. नवीन झा, आमोद कुमार झा, संतोष कुमार मिश्र, उपाध्यक्ष शत्रुधन झा, वरिष्ठ युवा कांग्रेसी नेता विजय कृष्ण झा, ललित कुमार झा समेत अन्य को मिथिला की रीति-रिवाज के अनुसार सम्मानित किया गया. एआइसीसी के सदस्य ने कहा कि जनकवि बाबा विद्यापति की भक्ति भावना ऐसी थी कि देवाधिदेव महादेव स्वंय उनके पास पहुंचे थे. इतना ही नही मां गंगा भी महाकवि विद्यापति को उनकी भक्ति भावना से प्रभावित होकर साक्षात दर्शन दीं थीं. हम सभी को दलगत भावना से ऊपर उठकर मिथिला व मैथिली के समग्र विकास व संस्कृति की रक्षा व संवर्द्धन के लिये एकजुटता के साथ प्रयास करने की जरूरत है. डिप्टी मेयर मो. अमानुल्लाह खां ने कहा कि दुनिया में मिथिला की अपनी एक अलग पहचान है. देवाधिदेव महादेव का आशीर्वाद महाकवि विद्यापति को प्राप्त हुआ था. मिथिला व मैथिली का चहुंमुखी विकास के लिये बाबा विद्यापति के बताये रास्तों पर चलने की जरूरत है. किसान जागरूकता विकास समिति के सचिव कमल कुमार झा समेत अन्य लोग भी मौजूद थे. 3 दिवसीय मिथिला विभूति स्मृति पर्व समारोह”””””””” का समापन विभिन्न सांस्कृतिक, पारंपरिक गीत, लोकगीत, संगीत व नृत्य के साथ हुआ. मैथिल सुप्रसिद्ध कलाकार राधे भाई ने सांस्कृतिक मंच का संचालन किया. मैथिली गायिका जुली झा ने विद्यापति गीत ””””””””अद्भुत रूप कहल नै जाई जोगिया एक हम देखल गे माई”””””””” व मैथिली हास्य लोकगीत ””””””””मोर पिया भेलै ठकहरवा””””””””, चांदनी झा चकोर ने ””””””””पिया मोरा बालक”””””””” व ””””””””आहां के क्यूट-क्यूट स्माइल””””””””, गौरव झा ने ””””””””बड़ सुखसार”””””””” व ””””””””ऐना जे आहां रूप सजाएब””””””””, आलोक भारती ने ””””””””कोना क टुटलौ मोती के हार””””””””, ””””””””मैसेंजर पर मैसेज करबौ दिल के हम्मर मलकाइन गे ऑनलाइन रहिये”””””””” व ””””””””आजु नाथ एक व्रत महासुख””””””””, प्रिया झा ने ””””””””मोरा हे अंगनमा दरभंगा के लहंगा””””””””, सौम्या मिश्रा ने विद्यापति गीत ””””””””चानन भेल विषम सम हे भूषण भेल भारी””””””””, भगवती वंदना ””””””””जगदंब अहिं अविलंब हम्मर””””””””, ””””””””मिथिला के धिया आदि एक से बढ़कर एक सुमधुर व मनमोहक मैथली गीतों की शानदार प्रस्तुति देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. इसके अलावे मैथिल गायक राजीव सिंह व गायिका डौली सिंह समेत अन्य कलाकारों ने भी अपनी सुमधुर गीतों की प्रस्तुति दी. कलाकार समीर प्रिया, शिवानी कुमारी व मैथिल प्रीति झा समेत अन्य कलाकारों ने अपने नृत्य की प्रस्तुति से दर्शकों को खासे प्रभावित किया. मैथिली सांस्कृतिक व पारंपरिक गीत, संगीत व नृत्य का मिश्रित रसधारा बहती रही.
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