कार्य बहिष्कार के बाद ओपीडी में बढ़ी मरीजों की भीड़
कोलकाता में महिला चिकित्सक की हत्या के विरोध में 14 जुलाई को चिकित्सकों के कार्य बहिष्कार के बाद शुक्रवार को ओपीडी में इलाज के लिए मरीजों की लंबी लाइन लगी रही.
मधुबनी. कोलकाता में महिला चिकित्सक की हत्या के विरोध में 14 जुलाई को चिकित्सकों के कार्य बहिष्कार के बाद शुक्रवार को ओपीडी में इलाज के लिए मरीजों की लंबी लाइन लगी रही. मौसम में अचानक हो रहे बदलाव स्वास्थ्य पर भारी पड़ रहा है. अस्पताल के ओपीडी में सर्दी, खांसी, बुखार और चर्म रोग के मरीजों में काफी बढ़ोतरी हुई है. वहीं मौसम में बदलाव के कारण इमरजेंसी में प्रतिदिन डायरिया के 5-7 मरीज आ रहे हैं. सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डा. संजीव कुमार झा ने कहा कि इन दिनों घर-घर वायरल बीमारी का प्रकोप बढ़ गया है. एक पखवाड़े पूर्व तक ओपीडी में 150-175 मरीजों में 40-50 मरीज इन बीमारियों से पीड़ित आते थे. अब लगभग 70-75 मरीज सर्दी, खांसी, बुखार और पेट में संक्रमण लेकर आ रहे हैं. यही हाल चाइल्ड ओपीडी का भी है. शिशु रोग विशेषज्ञ डा. रवि प्रकाश ने कहा कि बच्चों में सर्दी, खांसी और सांस लेने में तकलीफ की समस्या भी पहले की तुलना में कुछ ज्यादा बढ़ गयी है. फिजिशियन डा. संजीव झा ने कहा कि इन बीमारियों का सबसे बड़ा कारण मौसम में अचानक बदलाव होना है. कभी तेज गर्मी रह रही है तो कभी अचानक बारिश हो जाती है. जिससे शरीर मौसम के अनुकूल सामंजस्य नहीं बैठा पाता है. ऐसे में लोग जल्दी बीमार हो जाते हैं. बच्चो व बुजुर्गों को ऐसे मौसम में अधिक परेशानी हो सकती है. ओपीडी में प्रत्येक 100 मरीजों में 50-55 मरीज मौसमी वायरल बीमारियों से पीड़ित पाए जा रहे हैं.
चर्म रोग का भी बढ रहा प्रकोप
अस्पताल में चर्म रोगों के पीड़ितों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर से मिली जानकारी के अनुसार अस्पताल में प्रतिदिन चर्म रोग के 30-35 मरीज आते हैं. लेकिन सदर अस्पताल में चर्म रोग के चिकित्सक नहीं रहने के कारण मरीज वापस चले जातें हैं. चर्म रोगियों में फोड़ा-फुंसी, खुजली, दिनाय एवं मच्छरों के काटने से दाना निकलने जैसी समस्याएं अधिक पाई जा रही है. चिकित्सक ने कहा कि इस मौसम में फंगल संक्रमण का प्रकोप ज्यादा देखा जा रहा है. मच्छरों के काटने से छोटे बच्चों में फुंसी घाव जैसी समस्याएं बढ़ गयी है.
507 मरीजों का हुआ रजिस्ट्रेशन
सदर अस्पताल के ओपीडी में शुक्रवार को 507 मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया गया. इसमें सबसे अधिक मेल मेडिकल ओपीडी में डा. संजीव कुमार झा ने 175 मरीजों का इलाज किया. आर्थो सर्जिकल वार्ड में डा. राम निवास सिंह ने 156 मरीजों का इलाज किया. चाइल्ड ओपीडी में डा रवि प्रकाश ने 45 बच्चों का इलाज किया. स्त्री एवं प्रसूति विभाग में डा. विद्या पाल ने 148 महिलाओं का इलाज किया. इसके अलावे डेंटल एवं आई ओपीडी में डा. महारानी कुमारी एवं डा. रेणु सुशील कुमार ने 58 मरीजों का इलाज किया. डा. संजीव कुमार झा ने कहा कि सबसे अधिक मरीज सर्दी, खांसी, बुखार, पेट दर्द व चर्म रोग से पीड़ित थे.
बचाव के लिए ऐसा करें
बारिश में भींगने से बचें, ताजा गर्म खाना खाएं
सर्दी खांसी हो तो मास्क पहनें
बाजार का खाना ना खाएं
बच्चों के कमरे के एसी का तापमान संतुलित रखें
मच्छरों से बचाव के लिए मास्क्युटो रिप्लेट का प्रयोग करें
रात में हल्दी दूध पीएं
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