मधुबनी.
मंगलवार को सुबह में 11 हजार हाई वोल्टेज तार में आयी खराबी को ठीक करने में कौवों ने भारी बखेरा कर दिया. कौवों की झुंड ने मिस्त्री को करीब एक घंटे तक लाइन ठीक करने से रोका. बाद में पटाखे छोड़ा गया और कौओं को भगाया गया. इसके बाद लाइन ठीक की गयी. बताया जा रहा है कि हाई वोल्टेज तार के संपर्क में आने से दो कौवे मर गये थे. इसके बाद कौओं की भारी झुंड जमा हो गयी. कौवें के तार के संपर्क में आने से हवाई अड्डा फीडर व इमरजेंसी फीडर में एक घंटे बिजली बाधित रही. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को हवाई अड्डा फीडर व इमरजेंसी फिडर में अचानक दो कौआ हाई वोल्टेज तार में सट गया. इस बजह से पावर हाउस का फ्यूज ओटो कट हो गया. फ्यूज ऑटो कट हो जाने के कारण शहर के दोनों फीडर में बिजली बाधित हो गयी. लगभग 20 मिनट के पेट्रोलिंग के बाद माजरा समझ में आया. विभाग के कार्यपालक अभियंता मो. अरमान ने कहा कि कौआ को करेंट लगने के बाद एक साथ सैकड़ों की संख्या में कौअे पहुंच गये. एक साथ इतने कौओं के आने के कारण मिस्त्री को लाइन को सही करने के लिए मशक्कत करनी पड़ी. कार्यपालक अभियंता ने कहा कि मिस्त्री जैसे ही तार से कौआ को हटाने के लिए ऊपर जाता था कौओं के झुंड उस पर हमला करने लगता था. बहुत देर तक इस बजह से मिस्त्री को काम करने में परेशानी हुई. इसके बाद बाजार से पटाखा लाकर कौओं के झुंड को हटाया गया. उसके बाद लाइन को दुरुस्त किया गया. कार्यपालक अभियंता मो.अरमान ने कहा कि गर्मी के कारण फ्यूज कॉल बहुत ज्यादा होने लगा है. दिन भर में 70 से 80 फ्यूज कॉल हो रहा है. विभाग के द्वारा फ्यूज कॉल को लेकर तीन शिफ्ट में काम किया जा रहा है. सुबह में जितने कंप्लेन होता है. उसको 10 बजे दिन तक ठीक किया जाता है. दूसरा शिफ्ट 4 बजे में होता है. जबकि तीसरा शिफ्ट 10 बजे रात में होता है. एक साथ फीडर वाइज कंप्लेन दर्ज किया जाता है. जिस फीडर का कंप्लेन होता है, एक साथ लाइन को आधे घंटे के लिए लाइन को बंद कर एक साथ कंप्लेन को दूर किया जाता है. उन्होंने कहा कि गर्मी के समय मे बिजली की समस्या बहुत बढ़ जाती है. लाख सतर्कता रखने के बाद भी प्रत्येक दिन शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में बिजली बाधित हो रही है. खपत के अनुसार पावर मिलने के बावजूद लोकल फॉल्ट के कारण समस्या हो जाती है. बिजली की समस्या अचानक आती है, लेकिन इसके समाधान में समय लग जाता है. मधुबनी डिवीजन में सबसे बड़ा समस्या मिस्त्री को लेकर हो रहा है. जरूरत से बहुत कम मिस्त्री होने के कारण लाइन को सही करने में समय लग जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है