ससुर व दामाद का शव घर पर पहुंचते ही पसरा मातम
पटना में बीते मंगलवार को हुई भीषण सड़क हादसे में बेता परसा गांव के 32 वर्षीय इंद्रजीत दास व जनकपुर निवासी 60 वर्षीय लक्ष्मण दास का शव का पटना में पोस्टमार्टम के बाद बुधवार की सुबह उनके पैतृक गांव पहुंचा.
हरलाखी. पटना में बीते मंगलवार को हुई भीषण सड़क हादसे में बेता परसा गांव के 32 वर्षीय इंद्रजीत दास व जनकपुर निवासी 60 वर्षीय लक्ष्मण दास का शव का पटना में पोस्टमार्टम के बाद बुधवार की सुबह उनके पैतृक गांव पहुंचा. ससुर, दामाद दोनों का शव आते ही परिवार में चीख पुकार मच गयी. फिर उसी एंबुलेंस से मृतक युवक के ससुर लक्ष्मण दास के शव को जनकपुर भेज दिया गया. इंद्रजीत के शव को देख मृतक की पत्नी और मां रोते रोते बार बार बेहोश हो रही थी. फिर ग्रामीणों ने शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गये. मृतक का छह वर्षीय पुत्र ने अपने पिता इंद्रजीत दास को मुखाग्नि दी. विदित हो कि विगत गुरुवार को मृतक इंद्रजीत ससुर लक्ष्मण दास के साथ कपड़े की खरीदारी करने दिल्ली गया था. जहां से कपड़ा की खरीदारी कर मंगलवार की सुबह ट्रेन से पटना स्टेशन पहुंचा. फिर टेंपो पकड़ कर बस स्टैंड जा रहा था. इसी क्रम में पटना कंकड़बाग एरिया अंतर्गत न्यू बाईपास रामलखन पथ पर मेट्रो कार्य में लगे एक क्रेन से टेंपो का आमने सामने का टक्कर हो गया. जिसमें सवार ससुर-दामाद सहित सात लोगों की मौत हो गयी. स्थानीय समाजसेवी मो. मुस्तफा व मुखिया संघ के सचिव महेश प्रसाद मंडल ने मृतक के परिजनों से मिलकर ढांढस बंधाया. सरकार से उचित मुआवजा देने का मांग की. गांव में मातम पसरा हुआ है.