हरलाखी . प्रखंड के विशौल गांव अंतर्गत वार्ड पांच में एक वर्ष से अधिक से क्षतिग्रस्त जलमीनार पर मलबा लटक रहा है. यह आसपास के लोगों के लिए खतरा बना हुआ है. ग्रामीणों ने बताया कि विगत वर्ष 12 मार्च की सुबह वार्ड पांच में बना जलमीनार अचानक टूट कर गिर गया. जलमीनार के आसपास लोग नहीं थे जिस कारण कोई हादसा नहीं हुआ. इस संबंध में वर्तमान वार्ड सदस्य धनिकलाल सहनी व वार्ड सचिव जय कृष्ण सहनी ने कहा कि जलमीनार टूटने के बाद ही बीडीओ को आवेदन देकर मलबा को हटवाने एवं नलजल योजना को सुचारू करवाने की गुहार की गयी. लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी अबतक न तो मलबा हटवाया गया और न ही नलजल शुरू हो सका. हालांकि जलमीनार क्षतिग्रस्त मामले में एफआईआर दर्ज हो चुकी है. उन्होंने कहा कि नलजल शुरू नहीं होने से गर्मी के दिनों में वार्ड के लोगों को काफी परेशानी होगी. क्योंकि पिछले वर्ष भी वार्ड के अनेकों चापाकल सूख गया था. वार्ड पांच में नलजल की प्राक्कलित राशि 19 लाख छह हजार दो सौ रुपया तथा ग्राम पंचायत द्वारा निर्गत राशि 17 लाख रुपया है. लेकिन तय मानकों के अनुसार कार्य नहीं किया गया तथा सरकारी कार्यो में लापरवाही बरती गई. जिसके फलस्वरूप जलमीनार क्षतिग्रस्त हो गया. बीडीओ कृष्ण मुरारी ने कहा कि पीएचडी विभाग को कहकर जल्द नलजल योजना को सुचारू करवाया जाएगा.
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