समुद्र मंथन व धुंधकारी की कथा सुनने उमड़े श्रद्धालु
प्रखंड क्षेत्र के सिमरी गांव स्थित देवता स्थान परिसर में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ के आयोजन से माहौल भक्तिमय बना हुआ है
बिस्फी. प्रखंड क्षेत्र के सिमरी गांव स्थित देवता स्थान परिसर में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ के आयोजन से माहौल भक्तिमय बना हुआ है. सोमवार को सुप्रसिद्ध कथा वाचक पंडित पवन कुमार झा भावगत कथा के पांचवें दिन भागवत कथा के महत्व को बताया. इस दौरान उन्होंने समुद्र मंथन, धुंधकारी की रोचक कथा श्रोताओं को सुनाया. कहा कि संसार भगवान का एक सुंदर बगीचा है. जहां 84 लाख योनियों के रूप में विभिन्न प्रकार के फूल खिलते हैं. जब जब कोई अपनी गलत कर्मों द्वारा इस संसार रूपी भगवान के बगीचे को नुकसान पहुंचाने का कार्य करता है, तब तब भगवान इस धरा धाम पर अवतार लेकर संतों, मुनियों का उद्धार करते हैं. दुष्टों का नाश करते हैं. उन्होंने भगवान श्री कृष्णा के सर्वोपरि लीला रासलीला, मथुरा गमन, कंस राजा के अत्याचार से मुक्ति के लिए कंस वध के साथ रुक्मणी विवाह, शिशुपाल वध एवं सुदामा चरित्र का विस्तार से वर्णन किया. कहा कि भागवत कथा में चार वेद, पुराण, गीता एवं श्रीमद् भागवत महापुराण की व्याख्या किया गया है. कथा के पांचवें दिन उन्होंने श्री कृष्ण जी के वात्सल्य प्रेम, असीम प्रेम के अलावे उनके द्वारा किए गए विभिन्न लीलाओं का वर्णन किया. वहीं वर्तमान समय में व्याप्त अत्याचार, अनाचार दूर कर सुंदर समाज निर्माण के लिए युवाओं का आवाहन किया. भागवत कथा में प्रखंड क्षेत्र के कमलपुर, रुपौली, केरवार, जफरा, सिमरी सहित दूर दराज के गांवों से काफी संख्या में महिला पुरुष भक्तों ने कथा का श्रवण कर रहे हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है