Loading election data...

इंडो-नेपाल बॉर्डर के संगम तट पर श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

भारत नेपाल सीमा स्थित हरिणे गांव स्थित जमुनी व बेलन्याति नदी के संगम तट पर भ्रातृद्वितीया के अवसर पर श्रद्धालुओं ने रविवार की सुबह आस्था की डुबकी लगाई.

By Prabhat Khabar News Desk | November 3, 2024 9:53 PM

हरलाखी . भारत नेपाल सीमा स्थित हरिणे गांव स्थित जमुनी व बेलन्याति नदी के संगम तट पर भ्रातृद्वितीया के अवसर पर श्रद्धालुओं ने रविवार की सुबह आस्था की डुबकी लगाई. भारत-नेपाल के करीब 50 हजार से अधिक भक्तों ने इस तट पर स्नान किया. पिछले बार की अपेक्षा इसबार अधिक लोगों ने स्नान किया. फिर भक्तों ने दोनों देशों के मंदिरों में पूजा-पाठ किया. महिलाओं ने अपने भाई की लंबी उम्र की कामना की. गौरतलब हो कि यहां सदियों से भैयादूज के दिन मेला का आयोजन होता आ रहा है. सुबह से ही दूरदराज के लोग यहां स्नान करने के बाद एक दूसरे से मिलते हैं. इसके बाद भाई बहन के घर जाकर भैया दूज की रस्म को पूरी करते हैं. मान्यता के अनुसार इस दिन इस तट पर स्नान करने से भाई-बहन को जीवन कोई परेशानी नहीं होती है. जिसके कारण अभी भी उसी उत्साह से आसपास के करीब 50 गांवों के लोग भैयादूज के दिन सुबह-सुबह स्नान करने यहां आते है. इस बार सुबह 3 बजे से ही लोग पहुंचने लगे थे. दोनों देशों के बॉर्डर किनारे मेला का भी आयोजन किया गया. जिसमें जमकर लोगों ने खरीदारी की. मेला में छठ पर्व संबंधी सभी सामान व सामा चकेबा, ईंख सहित अन्य सामान की खरीदारी हुई. महिलाएं नदी के किनारे से मिट्टी घर ले गई. इसी मिट्टी से सामा-चकेबा, चुगला सहित अन्य मूर्तियां बनती है. इसी के साथ खरना के दिन से मिथिला में सामा-चकेबा उत्सव शुरू हो जाएगा. भारत-नेपाल के दोनों किनारे भंडारे का भी आयोजन किया गया था. जिसमें दूरदराज से आए लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया. हरलाखी थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार सहनी ने कहा है कि मेला शांतिपूर्ण रहा. दोनों देशों के नागरिकों का सहयोग सराहनीय रहा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version