काको चोपता दुर्गा स्थान से मैलाम गांव जाने वाली सड़क पर चलना दूभर
प्रखंड के काको पंचायत स्थित चोपता दुर्गा मंदिर परिसर के बगल से मैलाम गांव तक जाने वाली कच्ची सड़क लोगों के लिए जी का जंजाल साबित होने लगा है. सड़क से गुजरने वाले राहगीरों के लिए सड़क जानलेवा हो गयी है.
झंझारपुर . प्रखंड के काको पंचायत स्थित चोपता दुर्गा मंदिर परिसर के बगल से मैलाम गांव तक जाने वाली कच्ची सड़क लोगों के लिए जी का जंजाल साबित होने लगा है. सड़क से गुजरने वाले राहगीरों के लिए सड़क जानलेवा हो गयी है. जगह-जगह कच्ची सड़क में जानलेवा गड्ढे बनने के कारण आये दिन यात्री जख्मी हो रहे हैं. सड़क में जगह जगह कीचड़ होने के कारण सड़क पर पैदल भी चलना दूभर हो गया. आसपास के लोगों के लिए राजनगर व पंडौल प्रखंड जाने में सात से आठ किलोमीटर की बचत हो जाती है. जिसकी वजह से लोग इसी सड़क को आवागमन के लिए अपना पहली पसंद मानते हैं. एक साल पूर्व चोपता से मैलाम जाने वाली सड़क में इमली पेड़ पर फंदा से लटका हुआ शव भी पुलिस ने बरामद किया था. जिसके बाद से कच्ची सड़क होने की वजह से अब लोग इस सड़क से चलना लगभग कम ही कर दिया है. चोपता से मैलाम तक जाने वाली इस सड़क की दूरी करीब चार किलोमीटर की होगी.
2014 में सड़क पर हुआ था मिट्टीकरण
2014 में इस सड़क पर मिट्टीकरण का कार्य किया गया था. करीब चार किलोमीटर की दूरी की इस का जीर्णोद्धार मनरेगा से किया गया है. लगभग 10 से 15 फीट की सड़क का कायाकल्प होने से लोगों को राजनगर बाजार आने जाने के अलावे पंडौल प्रखंड, झंझारपुर प्रखंड के लोगों को सुलभ व सरल रास्ता हो जाएगा. इस सड़क के कालीकरण नहीं होने से लगभग 10 हजार की आबादी प्रभावित है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है