आम नागरिकों का बनेगा डिजिटल हेल्थ कार्ड
देश में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की शुरुआत की गई है. योजना का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य सुविधाओं को डिजिटलाइजेशन किया जाना है
मधुबनी.
देश में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की शुरुआत की गई है. योजना का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य सुविधाओं को डिजिटलाइजेशन किया जाना है. इसके तहत जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल, रेफरल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, उप स्वास्थ्य केंद्र व हेल्थ फैसिलिटी के पंजीकरण का कार्य संचालित किया गया है. इस योजना के तहत जिले के 97 प्रतिशत स्वास्थ्य संस्थानों का पंजीकरण किया गया है. रजिस्ट्रेशन के लिए सिविल सर्जन को नोडल व जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी को वैरिफायर नामित किया गया है. आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत सभी हेल्थ प्रोफेशनल व हेल्थ फैसिलिटी का पंजीकरण किया गया है. इससे सभी पेशेवर चिकित्सा कर्मी व स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे तक आधुनिक तकनीक की मदद से आसान पहुंच सुनिश्चित की जा सकेगी. इससे देश में कहीं भी लोगों को अपने इलाज की सुविधा उपलब्ध हो सकेगा. सिविल सर्जन डॉ नरेश कुमार भीमसारिया ने कहा कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के सफल क्रियान्वयन को लेकर कार्यपालक निदेशक द्वारा निर्देश दिया है. इसके तहत सभी हेल्थ फैसिलिटी का पंजीकरण सुनिश्चित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत लोगों को डिजिटल हेल्थ कार्ड बनाया जाएगा. कार्ड में व्यक्ति की पूरी मेडिकल हिस्ट्री दर्ज होगा. चिकित्सकीय परामर्श, जांच संबंधी रिपोर्ट सहित अन्य जानकारी इस कार्ड में दर्ज होगी. लोगों को इलाज के लिए चिकित्सीय पर्चा, जांच रिपोर्ट सहित अन्य कागजात लेकर कहीं जाने की जरूरत नहीं होगी. कार्ड में दर्ज 14 अंकों के यूनिक आईडी के माध्यम से चिकित्सक रोगी से संबंधित पूरी डिटेल देख सकेंगे. मरीज घर बैठे देश के किसी भी डॉक्टर से जरूरी परामर्श प्राप्त कर सकेंगे. जिले में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के सफल क्रियान्वयन को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रयास किया जा रहा है. जिला अनुश्रवण मूल्यांकन पदाधिकारी सुनील कुमार ने कहा कि डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी व जरूरी सेवाओं तक लोगों की आसान पहुंच सुनिश्चित कराना योजना का मुख्य उद्देश्य है. हेल्थ कार्ड बनाने के लिए नेशनल हेल्थ मिशन की वेबसाइट पर जाकर अपने आधार के माध्यम से आसानी से डिजिटल हेल्थ कार्ड बनाया जा सकता है. सदर अस्पताल सहित जिले के 97 प्रतिशत चिकित्सा संस्थानों का पंजीकरण किया गया है. जिले में 545 स्वास्थ्य संस्थानों का पंजीकरण किया जाना है. जिसमें अब तक 528 स्वास्थ्य संस्थानों का पंजीकरण किया जा चुका है. योजना के तहत जिले में कार्यरत सभी चिकित्सक, एएनएम, पारा मेडिकल स्टॉफ सहित चिकित्सा कर्मियों का पंजीकरण आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत किया जाएगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है